महंगे मोबाइल और ब्रांडेड कपड़े के लिए बहक रहे युवा

लिहाज स्टूडेंट्स के बीच जाकर उन्हें अवेयर करेगी पुलिस

आगरा। सिर्फ अच्छे या साधन संपन्न परिवारों के युवा महंगे मोबाइल और ब्रांडेड कपड़े पहनकर निकलें, ये बात जरूरी नहीं है। ऐसा रहन-सहन उन युवाओं का भी हो सकता है, जो आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। दरअसल, अपने शौक और मौज के लिए स्टूडेंट्स क्राइम की तरफ बढ़ रहे हैं। महंगे मोबाइल की छिनैती और ब्रांडेड कपड़ों की चोरी आदि उनका शगल बन चुका है, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहे हैं। युवाओं की इस प्रवृत्ति को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस ने नया खाका खींचा है। पुलिस कॉलेजों में पहुंचकर स्टूडेंट्स की मदद लेगी। उनकी गोपनीय सूचना के आधार पर आपराधिक प्रवृत्ति के स्टूडेंट्स पर लगाम कसेगी।

लगातार हो रही हैं वारदात

पिछले कुछ समय से छिनैती की वारदातों में इजाफा हुआ है। दोपहर हो या शाम या फिर रात। घर से मोबाइल पर बात करते हुए निकलने पर मोबाइल छिन जाता है। महिलाएं और युवतियां भी इस घटनाओं की शिकार बन जाती हैं। युवाओं की नजर उन पर रहती है। खास तौर से सिटी की पॉश कॉलोनी के रास्ते इस तरह के क्राइम के लिए बदनाम हो चुके हैं। इन अपराधियों को ब्रांडेड मोबाइल पसंद हैं। महंगे कपड़े पसंद हैं।

पुलिस नहीं कर पा रही ट्रेस

अब तक कई वारदातें हुई हैं, लेकिन ये घटनाएं खुल नहीं सकी हैं। दस में एक या दो घटना खुली तो उसमें स्टूडेंट्स का नाम सामने आया। घटना के बाद पीडि़त भी जब बयान देते हैं तो वह युवाओं द्वारा ये घटना करने की बात कहते हैं। वह कौन हैं, कहां से आते हैं, कहां जाते हैं। उनका कुछ पता नहीं चल पाता। पुलिस ने कई बार पुराने अपराधियों से भी बात की, लेकिन वह पुलिस को कुछ न बता सके। चूंकि यह नई उम्र के अपराधी हैं, पुराने अपराधियों के गैंग के सदस्य नहीं हैं। लिहाजा अब पुलिस स्टूडेंट्स के बीच जाकर उन्हें खोजेगी।

पुलिस लेगी बच्चों की मदद

पुलिस इन मामलों को निपटाने के लिए स्टूडेंट्स की मदद लेगी। लिहाजा पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी विभिन्न कॉलेजों में पहुंचेंगे। पुलिस अधिकारी स्टूडेंट्स को अवेयर करेंगे कि वह पुलिस की मदद करें। अपराधियों की पहचान कराने में पुलिस का साथ दें। आपराधिक प्रवृत्ति के स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी दें। उनकी सूचना गोपनीय रखी जाएगी। नाम-पहचान भी एक्सपोज नहीं किया जाएगा। स्टूडेंट्स की सूचना पर आपराधिक प्रवृत्ति के स्टूडेंट को ट्रेस करके उस पर निगाह रखी जाएगी।

छेड़छाड़ की घटनाओं को भी रोकेगी पुलिस

स्कूल कॉलेज के पास आए दिन होने वाली घटनाओं को लेकर भी पुलिस गंभीर है। शोहदे छात्राओं के इंतजार में स्कूल कॉलेजों के बाहर खड़े रहते हैं। डीजीपी स्तर से भी ऐसे मामलों में आदेश दिए गए हैं। पुलिस अब अन्य स्टूडेंट से भी इस मामले में मदद लेगी। हालांकि छुट्टी के टाइम पर कई स्कूल, कॉलेजों के पास पुलिस पिकैट निगरानी करने जाती है।

ड्रग एडिक्ट पर भी होगी कार्रवाई

कई बार ऐसे मामले भी प्रकाश में आते हैं जिसमें स्कूली बच्चे नशे के शिकार पाए जाते हैं लेकिन उनमें सुधार की स्थिति नहीं हो पाती। इस मामले में भी पुलिस बच्चों की मदद लेगी। ऐसी कोई भी सूचना पुलिस को दी जा सकती है।