- लल्लापुरा में मनचलों ने घर में घुसकर जिस युवती को लगाई थी आग उसकी हालत अब भी गंभीर, गुस्साई महिलाओं ने थाने पर पहुंच किया हंगामा

- पिता ने बेटी संग हो रही छेड़खानी की शिकायत की थी IG से, IG ने SSP को सौंपी थी जांच

VARANASI : सिगरा एरिया के लल्लापुरा में मनचलों का शिकार हुई हिना अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है। हिना के परिजनों का आरोप है कि उसकी इस हालत के जितने जिम्मेदार इलाके के गब्बू, पप्पू और बाबू हैं उतनी ही जिम्मेदार वह पुलिस भी है जिसके ऊपर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। हिना के फैमिली मेंबर्स का आरोप है कि तीन सालों से बेटी के साथ हो रही छेड़खानी की कम्पलेन उन्होंने थाने से लेकर आला अधिकारियों तक से की लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। नतीजतन, मनचलों की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने कानून को चुनौती देते हुए उनके घर में घुसकर पहले तो उनकी बेटी संग छेड़छाड़ की और फिर उसके विरोध करने पर उसे आग लगा दी।

परिवार पहुंचा थाने

बता दें कि लल्लापुरा निवासी हिना (बदला हुआ नाम) को गुरुवार की सुबह लल्लापुरा में उसके घर के अंदर घुसकर इलाके के तीन मनचलों गब्बू, पप्पू और बाबू ने मिट्टी का तेल उड़ेलकर आग लगा दी थी। जिसके बाद उसका इलाज मंडलीय अस्पताल में जारी है। वहीं इस घटना से आहत होकर शुक्रवार को परिजनों के सब्र का बांध टूट गया और दर्जन भर से ज्यादा महिलाएं सिगरा थाने पहुंच गई और पुलिस के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं का आरोप था कि घटना को ख्ब् घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ सिर्फ एक आरोपी गब्बू ही चढ़ा है जबकि दो अन्य आरोपी पप्पू और बाबूदान अब भी उसकी पकड़ से दूर हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं लल्लापुरा चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाया कि वह आरोपियों के साथ मिले हुए हैं और शुरू से उनकी न सुनकर आरोपियों की ही सुन रहे हैं। जिसके कारण उनका मनोबल इतना बढ़ा की उन लोगों ने इस घटना को अंजाम दे दिया।

एसएसपी भी घेरे में

हिना के साथ हुई इस घटना के बाद पुलिस महकमे के कई बड़े अधिकारी भी घेरे में हैं। हिना के पिता का आरोप है कि क्ख् दिसम्बर को ही वह बेटी के साथ हो रही छेड़छाड़ की कम्प्लेन लेकर आईजी जोन के पास गए थे। जहां आईजी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इसकी जांच खुद एसएसपी जोगेन्द्र कुमार को करने के लिए कही थी। इस दौरान हिना के पिता को आईजी ऑफिस से एक शिकायत पर्ची भी दी गई थी। जिसमें साफ-साफ एसएसपी को जांच के लिए निर्देशित किया गया है। इसके बाद भी इस घटना का घटित होना कहीं न कहीं से पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया प्रश्न खड़े करता है। अगर ऐसा नहीं था तो फिर आईजी के आदेश के बावजूद पुलिस ने इस मामले में सीरियसनेस क्यों नहीं दिखाई?

इलाज में लापरवाही का आरोप

लल्लापुरा की हिना के परिजनों ने शुक्रवार को मंडलीय अस्पताल के बर्न वॉर्ड के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। हिना की मां का आरोप था कि जब से उनकी बेटी अस्पताल में भर्ती हुई है तब से उसे डॉ। एके प्रधान देखने तक नहीं आए हैं। जबकि दूसरे दिन जब शाम हो गई तो उसके सब्र का बांध टूट गया। उसने बताया कि बार-बार कहने पर भी वॉर्ड की सिस्टर दवा नहीं देती, पानी की बोतल भी नहीं बदलतीं। जिस वक्त यह हंगामा हो रहा था उसी बीच आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष देवकांत वर्मा अपने साथियों के साथ हिना को देखने पहुंचे और उन्होंने इलाज में हो रही लापरवाही की जानकारी डीएम को फोन पर दी।

क्राइम ब्रांच जुटी जांच में

हिना के साथ हुई इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस महकमा अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इसलिए पूरे प्रकरण की जांच के लिए क्राइम ब्रांच को लगाया गया है। क्राइम ब्रांच की टीम फरार दोनों आरोपियों बाबू और पप्पू की तलाश में लगी हुई है लेकिन अब तक उसे इसमें सफलता नहीं मिली है।

गृहमंत्रालय ने पूछा- क्या है ये?

पूरे देश में महिलाओं संग हो रहे अपराध का लेकर चल रहे हंगामे के बीच बनारस में हुई इस घटना से गृह मंत्रालय भी हिल गया है। चर्चा रही कि पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस में हुई इस वारदात के बाद गृह मंत्रालय ने पुलिस प्रशासन से ये पूछा है कि बनारस में ये सब क्या हो रहा है और कानून व्यवस्था को लेकर इतनी लापरवाही क्यों बरती जा रही है? हालांकि, इस बारे में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ।