-चेतगंज स्थित इलाहाबाद बैंक में चोरों ने स्ट्रांग रूम की दीवार का तोड़ने के बाद जमीन की टाइल्स को भी उखाड़ डाला

-मैनेजर के केबिन की खिड़की में लगे एसी को निकालकर अंदर घुसे चोर

-नहीं मिला कैश तो उठा ले गए CC कैमरे का DBR, राउटर, मोडेम व स्वीच

VARANASI

डॉ। संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी प्रिमसेज में स्थित इलाहाबाद बैंक ब्रांच में चोरों ने रविवार की रात स्ट्रांग रूम को तोड़ने की कोशिश की लेकिन फेल हो गए। स्ट्रांग रूम को तोड़ने के लिए दोनों तरफ से दीवार पर छेनी-हथौड़े से चोट करने के साथ ही जमीन की टाइल्स तक उखाड़ डाली लेकिन कहीं से भी एक रुपया उनके हाथ नहीं लगा। इस पर चोरों ने बैंक में रखी सभी आलमारी, काउंटर के रैक को भी तोड़ दिया। इसके बाद भी कुछ हाथ नहीं लगा तो सीसी कैमरे के डीबीआर, राउटर, मोडेम व स्वीच उठा ले गए। सूचना पर चेतगंज पुलिस के साथ पहुंची फोरेंसिक टीम ने अंदर और बाहर नमूने लिए। दोपहर में डॉग स्क्वॉड पहुंचा तो वह बैंक से बाहर मेन रोड पर जाकर लौट आया। चोर बैंक के पीछे खिड़की में लगे एसी को निकालकर अंदर घुसे थे। दो दिन बैंक बंद होने से चोरी की जानकारी सोमवार को हुई।

पहले मचाया केबिन में उत्पात

संस्कृत यूनिवर्सिटी के पिछले गेट पर स्थित इलाहाबाद बैंक और इससे सटा डाक विभाग है। चोरों ने अंदर घुसने के बाद मैनेजर के रूम में रखी आलमारी और टेबल के रैक को तोड़कर फाइलों को बिखेर डाला। इसके बाद स्ट्रांग रूम में घुसने में जुट गए। इसके दूसरी तरफ स्टोर रूम और हाल से स्ट्रांग रूम में जाने का रास्ता है। पुलिस की मानें तो चोरों ने पहले स्टोर रूम का ताला तोड़कर अंदर से स्ट्रांग रूम को तोड़ने की कोशिश की, जब सफलता नहीं मिली होगी तो उन्होंने हाल में बनी दीवार को तोड़ने के साथ टाइल्स उखाड़ दी। चोरों ने अन्य कमरों में रखी तीन आलमारियों का लॉक तोड़कर अंदर रखी फाइलों को भी उलट पलट दिया। साथ ही हाल में लगे सभी काउंटर के रैक को भी तोड़ डाला। बिजली सप्लाई वाले रूम में भी चोरों ने कई तारों को काट दिया।

आराम से खंगाला बैंक को

चोरों ने बैंक में बड़े इत्मिनान से खंगाला। जांच में पुलिस को पूरे बैंक में गुटखे के रैपर बिखरे मिले और कुर्सियां इधर उधर पड़ी मिली। एक कुर्सी पर जूते के निशान भी मिले।

सर्वर है डाउन

इलाहाबाद बैंक की मेन ब्रांच से लिंक करने के लिए बैंक मैनेजर के रूम में राउटर, मोडेम और स्वीच लगे थे। चोर इसे चुरा ले गए। ऐसे में सोमवार को बैंक में कोई काम नहीं हो सका। ग्राहकों को समझाने के लिए एंट्री गेट पर सर्वर खराब होने की नोटिस चस्पा कर दी गई थी।

सुरक्षा के साथ खिलवाड़

यूनिवर्सिटी कैंपस में जहां पर बैंक है उसके पीछे बरगद का पेड़ है जहां कोई आता, जाता नहीं है। उससे सटे जगतगंज-चौकाघाट लकड़ी मंडी का रास्ता है। सड़क के किनारे आसपास के लोग पुराने वाहनों के साथ कबाड़ रखते हैं। साथ ही रात में अराजक तत्वों का जमावड़ा रहता है। इसके बाद भी बैंक में या उसके आसपास सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। हां, बैंक के खुले रहने तक गार्ड रहता है और बंद होते ही यहां सन्नाटा छा जाता है।

शुक्रवार को शाम बैंक बंद कर सभी कर्मचारी घर चले गए। चाभी मेरे पास थी। सुबह बैंक खुलने पर अंदर पहुंचे तो देखा कि फाइलें बिखरी थीं। स्ट्रांग रूम को तोड़ने की कोशिश की गई थी। अन्य आलमारी के लॉक टूटे थे।

अनुबाला, बैंक मैनेजर