- केवल 50 हजार लोगों को ही मिलेगा डस्टबिन

- जैम पोर्टल पर भी एवेलेबल नहीं है डस्टबिन

मेरठ। कूड़ा निस्तारण के बाद नगर निगम की डस्टबिन योजना भी ठप होती नजर आ रही है। निगम ने डस्टबिन खरीदने का टेंडर निरस्त कर दिया था। सरकार के पोर्टल से खरीदने की योजना बनाई। लेकिन सरकार के पोर्टल पर भी डस्टबिन की उपलब्ध नहीं हैं। सरकार के जैम पोर्टल पर केवल एक लाख डस्टबिन ही मिल पा रहे हैं। वो भी कब तक आ पाएंगे इसकी कोई जानकारी नहीं ह्रै। जबकि चार लाख लोगों को डस्टबिन वितरण करना है।

पांच जून से था वितरण

नगर निगम की डस्टबिन वितरण योजना अब से नहीं बल्कि कई माह पहले बनी थी। टेंडर निकाले गए। कंपनियों से कोटेशन ली गई है। लेकिन आखिरी वक्त में नगर निगम ने कंपनियों से डस्टबिन लेने से इंकार कर दिया। योजना का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नगर निगम ने शहर में जगह डस्टबिन वितरण के लिए होर्डिंग भी लगा दिए थे। यही कारण था कि पांच जून को डस्टबिन वितरण केवल खानापूर्ति होकर रह गया। अब डस्टबिन वितरण कब होगा इसका पता नहीं है।

फिसल न जाए मेरठ

स्मार्ट सिटी को इस माह में घोषणा होने वाली है। कूड़ा निस्तारण प्लांट, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन तथा डस्टबिन वितरण के दम पर ही नगर निगम इस बार स्मार्ट सिटी की लिस्ट में आने का हुंकार भर रहा है। लेकिन इसमें से कोई भी योजना अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। यह तीनों ही योजना ठप हो गई हैं। ऐसे में स्मार्ट सिटी की सूची में आने में फिर से चूक न हो जाए।

गवर्नमेंट ई-मार्केट से डस्टबिन की खरीददारी होनी है। मांग के मुताबिक अभी वहां पर डस्टबिन उपलब्ध नहीं है। अभी केवल एक लाख डस्टबिन ही उपलब्ध हो पाएं हैं। जैसे ही वह आ जाएंगे, उनको वितरित कर दिया जाएगा। शेष की उपलब्धता होते ही वह भी खरीद लिए जाएंगे।

-मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त