-शहर के सभी टू व्हीलर शोरूम पर होती रही मारामारी

-शोरूम के सामने लगा रहा जाम, पुलिस के छूटे पसीने

-दोपहर होते-होते स्टॉक से गायब हो गई गाडि़या

-एक शोरूम से दूसरे शोरूम के चक्कर लगाते रहे लोग

GORAKHPUR: शहर में ऑफर्स पर अट्रैक्ट होने वालों की कमी नहीं है। कोई भी स्पेशल ऑफर्स आता है तो शॉप्स पर कस्टमर्स की भीड़ नजर आने लगती है। फेस्टिव सीजंस में लोगों की भीड़ देखकर इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। सोमवार को एक बार फिर स्टॉक खाली करने के लिए व्हीकल कंपनीज ने कस्टमर्स को बंपर छूट ऑफर की तो शहर में लूट मच गई। सभी शोरूम के साथ ही वहां के आसपास की सड़कें हाउसफुल हो गई। इससे जहां लोग रेंग-रेंग कर आगे बढ़ते रहे, वहीं दूसरी ओर बंपर छूट के साथ गाड़ी पाने के लिए लोग एक शोरूम से दूसरे शो रूम के चक्कर काटते नजर आए।

दो दिनों में बदला माहौल

मार्च क्लोजिंग मंथ कहा जाता है। मगर इस बार यह बीएस3 बाइक्स के लिए भी क्लोजिंग मंथ रहा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक अप्रैल से देश में किसी भी बीएस-3 गाडि़यों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा, इसकी इंफॉर्मेशन वायरल होते ही जहां व्हीकल कंपनीज ने स्टॉक खाली करने के लिए ऑफर्स की झड़ी लगा दी, वहीं दूसरी ओर ऑफर का फायदा उठाने के लिए लोगों का हुजूम शोरूम पर टूट पड़ा। दो दिन में व्हीकल कंपनीज ने धन तेरस और दूसरे फेस्टिव सीजंस से ज्यादा गाडि़यां बेच डालीं।

दोपहर होते-होते स्टॉक खत्म

सुप्रीम कोर्ट ने एक जनवरी से ही सभी कंपनीज को 31 मार्च तक बीएस-3 गाडि़यों को मार्केट से हटा लेने की हिदायत दे दी थी। टू व्हीलर कंपनीज ने इस दौरान से नई गाडि़यां तो मैन्युफैक्चरिंग नहीं की, लेकिन उनके पास जो स्टॉक मौजूद था, वह मार्च तक खाली नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने स्टॉक खाली करने के लिए हेवी डिस्काउंट के साथ ही फ्री इंश्योरेंस और दूसरे ऑफर्स मार्केट में उतारे। इससे 31 मार्च को दोपहर होते-होते शहर में मौजूद ज्यादातर शोरूम्स से बीएस-3 गाडि़यों का स्टॉक खत्म हो गया।

कस्टमर्स लगाते रहे चक्कर

सुबह से ही कस्टमर्स की भीड़ गाडि़यों के शोरूम के बाहर नजर आने लगी। जैसे ही शोरूम ओपन हुआ। लोगों ने अपनी पसंद की गाडि़यां सेलेक्ट कीं और फौरन ही उन्हें बुक करा लिया। वहीं व्हीकल कंपनीज ने कई लोगों से एडवांस पैसे लेने के बाद भी डिलेवरी नहीं दी। सुबह से ही गाडि़यों की चाह में पहुंचे लोगों को इस शोरूम से उस शोरूम की दौड़ लगानी पड़ी। सुबह-सुबह पहुंच गए लोगों को तो गाडि़यां मिल गईं, लेकिन देर से जगने वालों को गाडि़यां नहीं मिल सकी।

जाम से पुलिस परेशान

गाडि़यां लेने के लिए शहर में निकले लोगों की वजह से ट्रैफिक पुलिस को भी खूब कसरत करनी पड़ी। सुबह से ही शोरूम के बाहर अपनी गाडि़यों से पहुंचे लोगों ने वहीं पार्किंग कर डाली, जिसकी वजह से रास्ते सकरे हो गए और वहां जाम की कंडीशन पैदा हो गई। इस जाम से निपटने के लिए पुलिस को काफी जूझना पड़ा। शहर के हर शोरूम के आसपास टै्रफिक पुलिस के साथ ही होमगा‌र्ड्स कसरत करते हुए नजर आए।

सुबह से ही पहुंच गया था। जैसे ही शोरूम खुला मैने गाड़ी खरीद ली। मुझे 12500 रुपए डिस्काउंट मिला है। वहीं इंश्योरेंस भी कंपनी ही करवा रही है।

- भोला तिवारी, व्यापारी

गाड़ी लेने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही कोशिश में लग गया था। आखिरकार मुझे गाड़ी मिल ही गई।

- अश्वनी कुमार, सीनियर सिटीजन

मैं कई शोरूम टहलकर यहां पहुंची हूं। एक्टिवा के लिए पहले कोशिश की थी, लेकिन नहीं मिल सकी। अब यहां ज्यूपिटर ले चुकी हों। इसमें भी अच्छा डिस्काउंट मिला है।

-रूपाली, स्टूडेंट

काफी जगह कोशिश करने के बाद भी मुझे गाड़ी नहीं मिल सकी। बजाज, होंडा और हीरो सभी की गाडि़यों का स्टॉक खत्म हो चुका था। काफी कोशिशों के बाद भी कामयाबी नहीं मिली।

- आलोक कुमार, प्रोफेशनल

गाडि़यों में कई तरह के ऑफर मिल रहे थे। इसमें 5000 रुपए से 15000 रुपए तक का डिस्काउंट दिया जा रहा था। मगर बजाज और होंडा की गाडि़यां नहीं मिल सकी। लखनऊ से मेरे मित्र का फोन आया था, वहां भी गाडि़यों की शॉर्टेज हो गई है।

-सुभाष चंद राय, प्रोफेशनल