- मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

- श्रद्धालुओं के लिए जिला और पुलिस प्रशासन की तरफ से रही पूरी व्यवस्था

GORAKHPUR: मकर संक्रांति के पर्व पर शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची। ब्रह्ममुहूर्त में महंत योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाकर पूजा पाठ की। साथ ही पारंपरिक रूप से नेपाल नरेश के यहां से आई खिचड़ी बाबा को चढ़ने के बाद श्रद्धालुओं के खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हुआ। इस बीच दिनभर करीब पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने खिचड़ी चढ़ाई। मंदिर प्रशासन की मानें तो पहले दिन करीब 200 क्विंटल से ज्यादा खिचड़ी चढ़ाई गई है। इस बीच श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर, जिला और पुलिस प्रशासन के साथ ही वॉलंटियर्स पूरी तरह मुस्तैद रहे।

देर रात तक चढ़ी खिचड़ी

मकर संक्रांति के महापर्व पर गोरखनाथ मंदिर में शुक्रवार देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। सुबह चार बजे ब्रह्ममुहुर्त शुरू होते ही श्रद्धालुओं का रेला मंदिर की तरफ आना शुरू हो गया। देर रात तक खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला चलता रहा। भीड़ की स्थिति ये रही कि गोरखनाथ मंदिर गेट से गोरखनाथ ओवरब्रिज तक श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही। इस भीड़ को संभालने के लिए पुलिस, मंदिर के वॉलंटियर्स चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद ि1दखाई दिए।

इस बार ज्यादा भीड़

मंदिर प्रशासन की तरफ से मिले आंकड़े के मुताबिक, हर साल के मुकाबले इस बार श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ रही है। मेला प्रभारी शिवशंकर उपाध्याय की मानें तो पिछले साल के मुकाबले इस बार करीब पांच लाख ज्यादा लोग पहुंचे। इस अवसर पर करीब 200 क्विंटल से ज्यादा खिचड़ी चढ़ाई गई। मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को सिस्टमैटिक ढंग से दर्शन कराने के लिए वॉलंटियर्स की हर तरफ तैनाती की गई है।

मेला भी रहा खास

बाबा गोरखनाथ के दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने मानसरोवर में बोटिंग का भी जमकर आनंद लिया। वहीं इस दौरान लगने वाले खिचड़ी मेले में भी जबरदस्त रौनक रही। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक को डिफरेंट टाइप्स के झूलों और गेम्स ने लुभाया। वहीं, मेले में लगे शॉपिंग स्टॉल्स पर महिलाएं अपने पसंद के आइट्म्स खरीदती नजर आईं।

दूर शहरों से भी आए लोग

मकर संक्रांति को उमड़ी इस भारी भीड़ में शहर और आसपास के लोग तो शामिल रहे ही। देश-विदेश से भी यहां काफी लोग पहुंचे। दिल्ली से आईं नैना ने बताया कि वे पांच साल की उम्र से ही परिवार के साथ हर साल बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आती हैं। वहीं, दिल्ली से ही आईं कोमल गर्ग बाबा से मांगी मन्नत पूरी होने पर काफी खुश नजर आ रही थीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने यहां दर्शन कर बेटे की मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने के बाद वे परिवार संग बाबा के दर्शन करने पहुंची थीं। इनके जैसे ही दूर-दराज से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालु बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के बाद मेले का आनंद लेते नजर आए।

मदद को तैयार मेला थाना

मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए भी यहां पूरे इंतजाम किए गए हैं। शनिवार को हुई भारी भीड़ के बीच मंदिर परिसर में बना मेला थाना भी पूरी तरह चौकस रहा। यहां तैनात पुलिस कर्मचारी लोगों को जरूरी जानकारी देते रहे। मंदिर परिसर में महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महराजगंज, बस्ती और संतकबीर नगर से स्पेशली महिला कांस्टेबल बुलाई गई हैं।

रोडवेज ने लगाया हेल्प बूथ

इस अवसर पर यूपी रोडवेज भी लोगों की मदद के लिए तैयार दिखा। आरएम सुग्रीव राय के निर्देश पर यहां बने हेल्प बूथ पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी पूरे दिन श्रद्धालुओं को बसों के बारे में प्रॉपर जानकारी देते रहे। इसके अलावा सामाजिक संगठनों ने भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखा। धर्मशाला बाजार के बाद से ही गोरखनाथ मंदिर के रास्ते पर जगह-जगह तमाम व्यापारी संगठनों ने नि:शुल्क चाय स्टॉल की व्यवस्था रही। वहीं गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास सिंधी समाज की तरफ से भी नि:शुल्क लंगर का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।

कोट्स

पिछले 40 साल से बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आ रहा हूं। हर साल हमारा 40 लोगों का समूह यहां आता है। ये हमारी आस्था का केंद्र है।

- मोहित साहनी, नई दिल्ली

कई साल से बाबा को खिचड़ी चढ़ाने आती हूं। अपने पति के साथ आकर मैंने बेटे की मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने के बाद बेटे के साथ दर्शन करने आई हूं।

- कोमल गर्ग, नई दिल्ली

जब मैं पांच साल की थी तब से दर्शन के लिए आ रही हूं। बाबा गोरखनाथ से जो भी मन्नतें मांगी हैं, वह पूरी हुई हैं।

- नैना, नई दिल्ली

वर्जन

मकर संक्रांति के महापर्व पर लाखों श्रद्धालु गोरखनाथ मंदिर आते हैं। इनके लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं मंदिर प्रशासन की तरफ से की गई हैं। बाहर रुके श्रद्धालुओं के लिए अलाव की व्यवस्था की है। किसी भी श्रद्धालु को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

- महंत योगी आदित्यनाथ, गोरक्षपीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर