- स्वास्थ्य के साथ सौंदर्य के लिए भी बढि़या है दही
- दही खाने से काफी कम हो जाता है मधुमेह का खतरा
Meerut : हमारे खान-पान में ऐसी कई चीजें शामिल हैं, जिनमें खूबसूरती और स्वास्थ्य का खजाना छिपा है। दही भी एक ऐसा ही खजाना है, जिसका उपयोग हर तरह से फायदेमंद है। दही का स्वास्थ्य के साथ सौंदर्य निखारने में भी महत्वपूर्ण स्थान है। हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज में हुए एक शोध में भी यह बात सामने आई है कि प्रचुर मात्रा में दही खाने टाइप ख् मधुमेह का खतरा कम हो जाता है।
क्या कहता है शोध
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के वैज्ञानिकों ने पाया कि दही नहीं खाने की अपेक्षा अधिक मात्रा में दही खाने से टाइप ख् मधुमेह का खतरा ख्8 प्रतिशत तक कम होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के महामारी विज्ञान इकाई के चिकित्सा अनुसंधान परिषद की नीता फोरौही के अनुसार यह शोध बताता है कि विशेष खाद्य पदार्थ टाइप ख् मधुमेह से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ख्भ् हजार पर रिसर्च
शोध में ब्रिटेन में रहने वाले ख्भ्,000 पुरुष और महिलाओं को शामिल किया गया। शोध में 7भ्फ् लोगों में एक हफ्ते तक खाद्य पदार्थो और पेय की खपत के दैनिक रिकॉर्ड की तुलना की गई, जिनमें क्क् वर्षो में टाइप ख् मधुमेह होने की संभावना थी।
चौंकाने वाला निष्कर्ष
शोध में पाया गया कि कम वसा वाले दही और पनीर जैसे खमीरीकृत मिल्क प्रोडक्ट की उच्च खपत करने वालों में क्क् सालों में टाइप ख् मधुमेह की संभावना ख्ब् प्रतिशत कम थी। फास्टफूड के इस युग में दही और कम वसा वाली मिल्क प्रोडक्ट का उपयोग स्वास्थ्य के लिए अच्छे हो सकते हैं।
हृदय रोगी के लिए लाभदायक
दही में हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और गुर्दो की बीमारियों को रोकने की अद्भुत क्षमता है। यह हमारे रक्त में बनने वाले कोलेस्ट्रोल नामक घातक पदार्थ को बढ़ने से रोकता है, जिससे वह नसों में जमकर ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित न करे और हार्टबीट सही बनी रहे। डॉक्टरों का भी मानना है कि दही के नियमित सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रोल को कम किया जा सकता है।
सीधे पहुंचाती है फायदा
क्। दही में कैल्शियम की मात्रा अधिक पाई जाती है, जो हमारे शरीर में हड्डियों का विकास करती है। दांतों एवं नाखूनों की मजबूती एवं मांसपेशियों के सही ढंग से काम करने में भी सहायक है।
ख्। पेट में गड़बड़ हो तो दही के साथ ईसबगोल की भूसी लें। दही के साथ चावल खाएं।
फ्। बवासीर के रोगियों को चाहिए कि दोपहर में भोजन के बाद एक गिलास छाछ में अजवायन डालकर पीएं।
ब्। पेट के रोगियों को चाहिए कि ज्वार की रोटी के साथ दही लें। दही का सेवन भुने हुए जीरे व सेंधा नमक के साथ करें।
भ्। दही में शहद मिलाकर चटाने से छोटे बच्चों के दांत आसानी से निकलते हैं।
म्। शहद व दही की समान मात्रा मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।
7. दही के सेवन से शरीर की फालतू चर्बी कम करने में सहायता मिलती है।
8. दही को जीरे व हींग का छौंक लगाकर खाने से जोड़ों के दर्द में लाभ पहुंचता है।
9. नींद न आने से परेशान रहने वाले लोगों को दही व छाछ का सेवन करना चाहिए।
क्0. गर्मी के मौसम में दही की छाछ या लस्सी बनाकर पीने से पेट की गर्मी शांत हो जाती है। इसे पीकर बाहर निकलें तो लू लगने का डर भी नहीं रहता है।
क्क्। दुबले व्यक्तियों को चाहिए कि दही में किशमिश, बादाम, छुहारा आदि मिलाकर पीएं। इससे वजन बढ़ता है।
थोड़ी सावधानी भी जरूरी
क्। दही का सेवन शाम या रात में न करें।
ख्। स्टूडेंट्स को परीक्षा के दिनों में दही का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। जिन छात्रों को दोपहर व शाम परीक्षा का समय हो तो विशेष सावधानी रखना चाहिए। दही आलस्य लाता है।
फ्। खट्टा दही सेवन न करें। ताजे दही का प्रयोग करें।
ब्। सर्दी, खांसी, अस्थमा के रोगियों को भी दही से परहेज करना चाहिए।
दही घरेलू सौंदर्य प्रसाधन भी
क्। चेहरे पर दही लगाने से त्वचा मुलायम होने के साथ उसमें निखार भी आता है। अगर दही से चेहरे की मसाज की जाए तो यह ब्लीच के जैसा काम करता है। इसका प्रयोग बालों में कंडीशनर के तौर पर भी किया जाता है।
ख्। गर्मियों में त्वचा पर सनबर्न हो जाने पर दही मलने से राहत मिलती है।
फ्। दही में बेसन मिलाकर लगाने से त्वचा में निखार आता है। मुंहासे दूर होते हैं।
ब्। दही को आटे के चोकर में मिलाकर लगाने से त्वचा को पोषण मिलता है और त्वचा में निखार आता है।
भ्- सिर में रूसी होने पर भी दही फायदेमंद होता है। ये रूसी को हटाकर बालों को मुलायम बनाता है।
म्। यदि आपकी त्वचा रूखी है तो आप आधा कप दही में एक छोटा चम्मच जैतून का तेल तथा एक छोटा चम्मच नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाकर गुनगुने पानी से चेहरा धोने से त्वचा का रूखापन समाप्त हो जाता है।
7. दही में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं। पिंपल से छुटकारा पाने के लिये दही को सीधे चेहरे पर लगाएं और इसे फ्0 मिनट के बाद धो लें।
8. अगर उम्र से पहले ही झुर्रियां आनी शुरू हो गई है तो इसे प्राकृतिक तरीके से कम कर सकते हैं। इसके लिये दही का फेस मास्क लगाएं। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड डेड सेल को दूर कर के पोर्स को टाइट करती हैं।
9. गर्मी के दिनों में पसीना काफी निकलता है। पसीने की बदबू दूर करने के लिए दही और बेसन मिलाकर शरीर पर मालिश करें तथा कुछ देर बाद स्नान करें, इससे पसीने की बदबू दूर हो जाती है।
क्0. चोकर के साथ दही मिलाकर लगाने से ब्लैक हेड्स कम होते हैं।
दही पेट के लिए बहुत अच्छी होती है। दही लैक्टुस की पूर्ति करती है, तो वहीं पेट की शांति भी बनाए रखती है। दही पेट में एसिड भी नहीं बनने देती है।
-डॉ। रजनीश भारद्वाज
दोपहर को दही नमकीन लेनी चाहिए। जबकि रात में मीठी दही लेनी चाहिए। कैंसर में दोनों तरह की दही फायदेमंद है। दही में खट्टा पन होता है। दिन में पित बनाती हैं, जबकि रात में नहीं बनाएगी।
-डॉ। संजय वैद्य,
दही ठंडी होती है और पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है। ब्लड प्रेशर के मरीज बिना कुछ मिलाए दही खाएं। जबकि शुगर के मरीज मीठी दही एवोयड करें।
-डॉ। प्रदीप गौड़
दही पेट के लिए सबसे अधिक फायदेमंद होती है। इसमें ऐसे तत्व मौजूद होते हैं। जो पेट को तंदरूस्त रखते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य का पूरा जुड़ाव पेट से ही तो होता है।
-डॉ। स्नेहा
दही को चेहरे पर लगाने से चेहरे का रंग निखरता है, चेहरे पर होने वाले दानों से छुटकारा पाया जा सकता है, बालों में होने वाली रुसी के लिए भी दही लगाने से बालों में डैंड्रफ की प्रॉब्लम से छुटकारा पाया जा सकता है। यह बालों पर कंडीशनर की तरह काम करती है। इसके अलावा हाथों की कोहनी पर दही रगड़ने से उस एरिया का कालापन दूर हो जाता है।
-नविता जैन, ब्यूटी एक्सपर्ट, लोरिएट पार्लर