पांच अलग-अलग घटनाओं में कटे बाल, पुलिस कर रही तफ्तीश

ALLAHABAD: जिले में चोटी कटवा का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को अलग-अलग घटनाओं में एक दर्जन से अधिक महिलाओं के बाल कट गए। घटना के बाद हड़कंप मच गया। पीडि़तों के बेहोश हो जाने पर उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पुलिस मामलों की पड़ताल कर रही है लेकिन कोई सुराग नहीं लग रहा।

सास-ननद के बीच कटी चोटी

घूरपुर थाना क्षेत्र के चिल्ली कुटनीपुर गांव में मंगलवार दोपहर सास-ननद के बीच बैठी एक महिला की चोटी कट गई। 25 वर्षीय ऊषा पटेल की अचानक चोटी कटने से वह बेहोश हो गई। यह देखकर सास और ननद चिल्लाने लगीं। महिला को इलाज के लिए करमा बाजार के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।

एक साथ छह महिलाएं शिकार

हंडिया थाना क्षेत्र के पिपरी गांव के अमिलौटी मजरे के पाल बस्ती में घर के आंगन में सो रहीं एक ही परिवार की आधा दर्जन महिलाओं की चोटी सोमवार की देर रात कट गई। सुबह जमीन पर बाल कटे देख महिलाए चिल्लाने लगीं। पीडि़तों में रुकुमा, सुषमा, राधा, उमादेवी, कौशिल्या व ममता शामिल हैं। उतरांव थाना क्षेत्र के मूलनापुर गांव निवासी बृजलाल भारतीय की पत्‍‌नी व उसकी बेटी शीला देवी भाइयों को राखी बांधने आई थी। इनके भी बाल कट गए।

तीसरी बार कट गई चोटी

बहरिया के खलसा गांव की शीला देवी की सोमवार देर शाम तीसरी बार चोटी कटने से गांव में हड़कंप मच गया। तीस वर्षीय शोभा देवी की दूसरी बार चोटी कटकर गिर गई। बीबीपुर के मजरा गांव शिवपुर में रंजन की चोटी कटने से गांव में दहशत का माहौल रहा। सहसो क्षेत्र के घरहरा गांव की नीलम के बाल कट गये। थरवई के मनेथू गांव के शुभम पाल का बारहवीं बार बाल कट गया।

जितने मुंह उतनी बातें

चोटी कटने की घटनाओं को लेकर तरह-तरह की बातों से बाजार गर्म है। कुछ लोग इसे चोटी कटवा की करतूत मान रहे हैं तो कुछ लोग इसे भूत-प्रेत का चक्कर करार दे रहे हैं। एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि यह हिस्टीरिया नामक रोग का लक्षण है। जबकि, कुछ लोग इसे एक प्रकार का रोग बता रहे हैं जिसमें एक कीटाणु बालों को कुतरकर अलग कर देता है।