भारत के नाम हुए 4 गोल्ड मेडल

ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय वेटलिफ्टर्स का जलवा जारी है। वेटलिफ्टिंग के 85 किलो वर्ग में वेंकट राहुल रागला ने भारत को गोल्ड मेडल दिला दिया। राहुल ने 338 किलो ग्राम वजन उठाकर गोल्ड मेडल भारत के नाम करवाया। भारतीय टीम ने अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में चार स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता है। खास बात यह है कि ये सारे पदक भारोत्तोलकों ने ही जीते हैं।

cwg 2018 : वेंकट राहुल ने भारत को दिलाया चौथा गोल्‍ड,बीमार मां की देखरेख के लिए छोड़ दिया था ओलंपिक

राहुल ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड

राहुल ने कुल 338 किग्रा भार (151 किग्रा स्नैच और 187 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाकर स्वर्ण पदक हासिल किया है। यही नहीं पदक मिलते ही राहुल ने एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। कॉमनवेल्थ गेम्स में 85 किग्रा भार वर्ग में आज तक किसी खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल नहीं जीता था, राहुल ऐसा करने वाले पहले इंडियन खिलाड़ी हैं। आंध्र प्रदेश के गुंतुर जिले में पैदा हुए राहुल के पिता मधु रगला कबड्डी और वेटलिफ्टर रहे हैं। पिता को देखकर ही राहुल को भी बचपन से खेल के प्रति रुचि हो गई। बाद में हैदराबाद के तेलंगाना स्टेट स्पोटर्स स्कूल में वह ट्रेनिंग के लिए चले गए। वहां पर राहुल ने काफी कड़ी मेहनत की और एक अच्छे खिलाड़ी बनकर बाहर निकले।

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बीमार मां के लिए छोड़ दिया था ओलंपिक

कॉमनवेल्थ से पहले राहुल ने और भी कई प्रतियोगिताओं मे मेडल जीते हैं। 2016 में हुए रियो ओलंपिक की भी राहुल ने तैयारी कर ली थी। मगर ऐन वक्त पर मां की तबियत खराब हो जाने के चलते राहुल खेलों के इस महाकुंभ में हिस्सा नहीं ले पाए थे, हालांकि उन्हें इस बात का अफसोस कतई नहीं है। खैर कॉमनवेल्थ में पीला तमगा हासिल कर राहुल ने पूरे देश को गौरवान्वित कर दिया है।