- 8 जुलाई को राजीवनगर के एसबीआई एटीएम से स्कीमर के जरिए किया था डाटा कॉपी

- दिल्ली में किए गए थे 103 एटीएम के क्लोन तैयार

- पुलिस से बचने को लगातार भागते रहे थे आरोपी

DEHRADUN: एटीएम क्लोनिंग के जरिए 97 खाताधारकों के खातों से करीब फ्7 लाख की रकम उड़ाने वाले तीन आरोपियों को एसटीएफ की टीम महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर दून ले आई। एसटीएफ का दावा है कि तीनों आरोपियों ने ही 8 जुलाई को राजीवनगर के एसबीआई एटीएम से स्कीमर के जरिए लोगों के खातों का डाटा कॉपी किया था। एसटीएफ का यह भी दावा है कि आरोपियों ने पहली बार दून में ही इस तरह की घटना को अंजाम दिया। मुख्य आरोपी रामबीर, जगमोहन और सुनील को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

महिला सदस्य पहले से गिरफ्त में

आपको बता दें कि जुलाई में आरोपियों ने शहर के कुछ एटीएम में स्कीमर डिवाइस लगाकर कई लोगों के खातों का रिकॉर्ड कॉपी किया था। देहरादून के विभिन्न थानों में कुल 97 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें खाताधारकों को फ्7 लाख से ज्यादा का चूना लगाया गया था। इस मामले में ख्7 जुलाई को गिरोह की सदस्य महिला अनिल कुमारी को पुलिस ने सोनीपत से अरेस्ट किया था।

ख्क् को किया था गिरफ्तार

एसएसपी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ को आरोपियों के बारे में सूचना मिली कि वे गोवा, दिल्ली के बीच यात्रा कर रहे हैं। इस आधार पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मुम्बई में आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें भेजी गईं। एसटीएफ की टीम ने तीनों को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से ख्क् अगस्त को गिरफ्तार कर लिया।

पहली कोशिश रही नाकाम

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे घूमने के लिए फ्0 जून को पहली बार देहरादून आए थे। जिसके बाद देहरादून में ऐसे एटीएम की तलाश की गई जहां गार्ड नहीं थे। जिसमें धर्मपुर चौक के निकट मोथरोवाला जाने वाले तिराहे पर स्थित एसबीआई के एटीएम को चिन्हित किया और मसूरी रोड के एक होटल में वे रुके। आरोपियों ने बताया कि ख् जुलाई को स्कीमर लगाने के लिए चुने गए एटीएम के अलावा आस-पास के एटीएम के की पैड उनके द्वारा फेवी-क्विक डालकर लॉक कर दिए गये, ताकि सारे लोग एक ही एटीएम से पैसे निकाल पाएं। इसके बाद उन्होंने चुने हुए एटीएम में स्कीमर व कैमरा लगाया और डेटा कॉपी होने के बाद उसे निकालकर ले गए। लेकिन ये कोशिश उनकी नाकाम रही।

दिल्ली में किए गए क्लोन तैयार

आरोपियों ने बताया कि वे दोबारा 7 जुलाई को दून आए, 8 जुलाई को सुबह रेकी कर राजीव नगर पुल के पास स्थित एसबीआई के एटीएम में उन्होंने स्कीमर और कैमरा लगाया। शाम तक खाताधारकों का डाटा कॉपी करने के बाद स्कीमर व कैमरा निकालकर वापस रोहतक चले गए। इसके बाद उन्होंने दिल्ली जाकर अपने पहचान के प्रवीन की सहायता से चोरी किये गये डाटा, पासवर्ड से एटीएम कार्ड के क्0फ् क्लोन तैयार किये और इसके ख्फ् दिन बाद जयपुर के टौंक रोड के कई एटीएम से पैसा निकाला गया। इसके बाद वे पहले दिल्ली और फिर रोहतक चले गए। आरोपियों ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिये वे दिल्ली से गोवा बाइ फ्लाइट गए, वहां क्ख् दिन तक वे एक होटल में रहे। इसके बाद फिर दिल्ली लौटे और पुलिस की सक्रियता को देखते हुए फिर रेलवे से महाराष्ट्र, कोल्हापुर चले गए, जहां एसटीएफ ने उन्हें दबोच लिया।