RANCHI : साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका अख्तियार कर लिया है। एटीएम और डेबिट कार्ड के जरिए नींद उड़ाने वाले ठग आधार कार्ड का नंबर पूछकर बैंक खातों से पैसे उड़ा रहे हैं। गुरुवार को एक ऐसा ही मामला सुखदेव नगर थाने पहुंचा। किशोरगंज के रोड नंबर चार में रहने वाली सृष्टि सिन्हा का खाता संख्या, ओटीपी और आधार कार्ड नंबर लेकर एक शख्स ने उसके आईसीआईसीआई बैंक के खाते से 50 हजार रुपए गायब कर दिया। इस मामले में उनके देवर ने थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

हर दिन आ रहे मामले

आधार संख्या पूछकर खातों से पैसे उड़ाने के मामले तेजी से बढ़े हैं। रांची के अरगोड़ा, पंडरा, रातू, सदर, डोरंडा, जगन्नाथपुर तथा कोतवाली जैसे थानों में इस तरह के कई मामले आ चुके हैं। भुक्तभोगी द्वारा खाते से पैसे उड़ाने की एफआईआर दर्ज कराई गई है। लेकिन, ठगी करने वाले साइबर अपराधियों का सुराग नहीं मिल रहा है।

खातों को आधार से लिंक का नतीजा

बैंक खातों को आधार से जोड़े जाने के बाद से ही इस तरह से ठगी करने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। साइबर ठगों का गिरोह झांसा देकर बैंक खातों से रुपए गायब कर रहे हैं। ऐसे में अगर अज्ञात मोबाइल नंबर से कोई अपने को बैंक अफसर बताकर आपका आधार नंबर मांगता है तो उसे कभी न दें, वरना आपके खाते से भी रुपए उड़ा लिए जाएंगे।

खाताधारक को ऐसे लेते हैं झांसे में

साइबर ठग अपने को बैंक अफसर बताकर खाताधारक को कॉल करता है। वह कहता है कि उसका खाता ब्लॉक कर दिया गया है। इसके बाद वह खाते को फिर से चालू करने का हवाला देकर आधार कार्ड का नंबर पूछता है। आधार कार्ड के डिजिट नंबर बताने के बाद उसने फोन पर एक मैसेज आने की बात कहता है। इसके बाद वह उससे बैंक अकाउंट व एटीएम की भी जानकारी ले लेता है। फिर, आधार के अपडेट होने की जानकारी देते हुए मोबाइल फोन पर आए ओटीपी नंबर बताने को कहता है। ओटीपी नंबर बताते ही उसके खाते को खाली कर देता है।

महिला बैंक अधिकारी के एकाउंट से उड़ा लिए थे 25 हजार

अप्रैल महीने में लालपुर थाना क्षेत्र में बैंक ऑफ इंडिया से रिटायर्ड महिला अधिकारी के एकाउंट से 25 हजार रूपए की निकासी कर ली गई थी। उसने लालपुर पुलिस को बताया था कि कॉलर ने आरबीआई शाखा मुंबई का अफसर बताकर यह ठगी की। उसने कहा कि आपका एटीएम ब्लॉक किया गया है। इसे चालू करने के लिए उसने आधार कार्ड का नंबर मांगा। थोड़ी देर में मोबाइल में ओटीपी नंबर आया। ओटीपी नंबर आने के कुछ समय बाद फोन से फिर उसका नंबर पूछा गया। बाद में मोबाइल पर मैसेज आया कि 25 हजार रूपए एकाउंट से निकल गए हैं।

क्या बरतें सतर्कता

-किसी भी व्यक्ति को फोन पर अपना एटीएम और यूआईडी नंबर नहीं बताएं

-कॉलर को अपने बैंक अकाउंट से संबंधित कोई जानकारी नहीं दें

- अगर खातों को लेकर किसी तरह की परेशानी हो तो खुद बैंक जाएं

- अगर आपको इस तरह के कोई कॉल आते हैं तो तुरंत बैंक से संपर्क करें