नकल कराने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी में बोर्ड

स्कूलों को डिबार करने के फॉर्मूला में बोर्ड कर रहा संशोधन

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल कराने या किसी अन्य प्रकार की गड़बड़ी पर स्कूलों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की तैयारी बोर्ड ने शुरू कर दी। बोर्ड ने इस बार स्कूलों को डिबार किए जाने की प्रक्रिया में संशोधन करते हुए इसमें महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस बार परीक्षा निरस्त होने या नकल कराने आदि की गड़बडि़यों को करने वाले स्कूलों को 15 सालों के लिए डिबार किया जाएगा। जिससे 15 वर्षो तक डिबार किए गए स्कूलों को केन्द्र नहीं बनाया जा सकेगा। बोर्ड की तरफ से उठाए गए कदम के बाद स्कूलों पर भी नकेल कसने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

तीन साल के लिए होते थे डिबार

यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने वाले स्कूलों को अभी तक तीन साल के लिए डिबार किया जाता था। बोर्ड की ओर से किए गए संशोधन के बाद यह अवधि पांच गुना बढ़ जाएगी। ऐसे में स्कूलों को फिर से सेंटर बनने के लिए 15 सालों को इंतजार करना पड़ेगा। इस बारे में बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए इस बार बोर्ड की ओर से सभी परीक्षा केन्द्रों को पहले ही सख्त निर्देश दिए गए थे। उसके बाद भी कुछ केन्द्रों से नकल कराने जैसी गड़बडि़यों की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसे में परीक्षा केन्द्रों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाने के दृष्टि से डिबार किए जाने के समय में बदलाव किया जा रहा है। जिससे परीक्षा के दौरान कोई भी स्कूल नकल कराने या गड़बड़ी करने की सोच ना सके।