- न पुलिस की गश्त और न ही सीसीटीवी कैमरे

- बदमाशों के लिए सॉफ्ट टारगेट बने पॉश इलाके

- एरिया में अवैध तरीके से रह रहे लोग, घटना के बाद नींद से जागी पुलिस

LUCKNOW: गोमती नगर के पॉश इलाके में सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। विराज खंड समेत कई इलाकों में न तो पुलिस की गश्त होती है और न हीं पॉश इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगे है। जबकि इन इलाकों में राजधानी समेत प्रदेश में तैनात कई ब्यूरोकेट्स और न्यायाधीशों का ट्रेनिंग सेंटर भी है। पूरे इलाके में कई ऐसे मकान है जहां झुग्गी झोपड़ी बनाकर लोग रह रहे हैं। जिनका न तो कोई पुलिस के पास रिकॉर्ड है और न ही सूची।

करोड़ों का मकान, सुरक्षा का कोई नहीं इंतजाम

डीएफओ अशोक कुमार शुक्ला के दो मकान छोड़ 2ख्/34 ई में दीवाली के समय चोरी की बड़ी वारदात हुई थी। आस-पास के लोगों का कहना है कि इलाके में आए दिन चोरी की वारदात होती लेकिन न तो यहां नाइट गश्त होती है और न ही आस-पास पुलिस की पिकेट है। करीब दो किमी दूर हनी मैन चौराहे पर विभूति खंड थाने की पुलिस चौकी है।

खाली प्लाट में रहने वालों का तैयार किया जा रहा रिकार्ड

घटनास्थल पर निरीक्षण करने पर एसएसपी को एरिया में कई ऐसे खाली प्लाट मिले जहां लोग झुग्गी झोपड़ी बनाकर रह रहे है। एसएसपी ने उन प्लांट पर जाकर वहां रहने वालों से पूछताछ की। विभूति खंड पुलिस को सख्त निर्देश दिये कि न केवल उनका रिकार्ड तैयार किया जाए बल्कि प्लाट मालिक से संपर्क उनके बारे में पूरा डाटा तैयार तैयार करें।

माली को नौकर बना दिया डीएफओ ने

डीएफओ अशोक कुमार शुक्ला के मकान में नौकर हरीराम असल में उनका प्राइवेट नौकर नहीं बल्कि वन विभाग में माली के पर पर तैनात है। मूल रुप से श्रावस्ती का रहने वाला हरीराम अम्बेडकर नगर में तैनात है। हरीराम का कहना है कि चार वर्ष से साहब अम्बेडकर नगर में तैनात है तब से वह उनके आवास पर नौकरी कर रहा है। जांच पड़ताल कर रही विभूति खंड पुलिस ने हरीराम समेत तीन लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिसमें डीएफओ के घर 25 अगस्त को पूजा पाठ कराने वाले पंडित राम अनुज ओझा और एक ड्राइवर भी है।

जांच में भी नहीं किया डीएफओ ने सपोर्ट

डकैती की सूचना पाकर पुलिस महकमे के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंची लेकिन डीएफओ ने मकान में केवल पुलिस अफसरों को ही इंट्री दी। यहां तक सादी वर्दी में क्राइम ब्रांच और मीडिया कर्मी तक को मकान के अंदर दाखिल नहीं होने दिया। डीएफओ ने आलीशान मकान में बनवाया है और ऊपरी मंजिल तक जांच के लिए खुद थानेदार तक नहीं पहुंच सके।

कब-कब कहां-कहां पड़ी डकैती

4 जनवरी - गोमती नगर में सहकारिता विभाग में तैनात विशेष सचिव (आईएएस) हृदय शंकर के घर डाका

27 मई- चिनहट में इंजीनियर के घर नौकर को बंधक बना कर डकैती

12 जून- गाजीपुर के इंदिरा नगर इलाके में ज्वैलर्स के दुकान में दिन दहाड़े डाका

27 जुलाई- ठाकुरगंज में रिटायर्ड रेलवे कर्मी के घर डकैती

10 अगस्त - चिनहट में हार्डवेयर व्यापारी के घर डाका, बदमाशों ने व्यापारी को किया घायल