वार्ड नंबर 9 (पुराना वार्ड नंबर 5)

GORAKHPUR: मौसम अपना तेवर दिखा रहा है और तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। हैंडपंप का पानी सूख रहा है लेकिन सिटी के बशारतपुर में पहुंचने पर ऐसा लगा जैसे मौसम बरसात का हो। शहर के विस्तार के समय बसे बशारतपुर में जलभराव की समस्या कमोबेश हर जगह दिख जाती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम सोमवार को जब यहां पहुंची तो उसे टूटे रास्ते, कचरे से पटी नाली, रोड किनारे कूड़े का ढेर यह बताने के लिए काफी था कि बसारतपुर शहर भले ही बन गया हो, नई पहचान भले ही मिल गई हो लेकिन समस्याएं वहीं हैं। जब रोड के गड्ढे भरने की बात हो रही है, सेंट जॉन चर्च के पीछे वाली रोड की खराब हालत देखकर हैरानी होती है। सामने पड़े एलेक्जेंडर से जिक्र होने पर बताते हैं कि पिछले पांच साल से यह रोड बनी ही नहीं है।

सड़क

इस वार्ड में रोड की स्थिति अन्य एरिया से अलग है। वार्ड की गलियां सही है, लेकिन मेन रोड की हालत बहुत ही खराब है। एचएन सिंह चौराहा से लेकर गांगुली स्कूल तक के रास्ते में केवल गड्ढे ही गड्ढे हैं। यही हाल एफसीआई गोदाम रोड का है। यह रोड मुश्किल से दो से ढाई साल पहले बना है, लेकिन रोड की गिट्टी बिखर गई है। अशोक नगर कॉलोनी की स्थिति यह है कि बारिश का पानी सड़कों के गड्ढे में ही समा जाता है।

गंदगी

वार्ड की गलियां हो या मुख्य सड़क सभी जगह कूड़े का ढेर दिख जाएगा। नगर निगम के सफाई कर्मी कभी-कभी दिखते तो हैं लेकिन कहीं सफाई नजर नहीं आती। कूड़े का ढेर हर मोड़ पर दिख जाता है। गोविंद कॉलोनी के गेट के सामने पिछले 15 दिन से कूड़ा नहीं उठा है। यही हाल पासपोर्ट ऑफिस के सामने का भी है। सफाईकर्मी के नहीं आने के कारण गांगुली स्कूल के सामने भी रोड से स्कूल की बाउंड्री के बीच में लोग कूड़ा पड़ाव केंद्र बना दिए हैं।

जल जमाव

इस गर्मी के मौसम में भी अगर जल जमाव देखना हो तो बशारतपुर के सेंट जॉन चर्च के बगल वाली गली में जाकर देखा जा सकता है। यहां बारिश की कौन कहे, मई और जून माह में भी नाली ओवरफ्लो होने से रोड पर लोग अलग से ईट रखकर बाहर निकलते हैं ताकि पैर कीचड़ में न पड़े। लगभग 70 मीटर लंबी और तीन मीटर इस चौड़े रास्ते में 15 से अधिक घर हैं, लेकिन जलजमाव सालोंभर झेलना पड़ता है। 2006 में योगी आदित्यनाथ के सांसद निधि से यह रोड बनी थी, उसके बाद अन्य रोड और नाली ऊपर होती गई और यह रोड जलजमाव का शिकार हो गई।

नाला सफाई

वार्ड की नालियां टूटी हुई और कचरे से पटी हुई हैं। अशोक नगर, सुडिया कुआं, पासपोर्ट ऑफिस के सामने मुख्य नाला कूड़ा से पटा हुआ है। अशोक नगर के पश्चिम की तरफ की स्थिति यह है कि यहां नालियां 20 साल से बनी ही नहीं है। नालियां न बनने के कारण इस एरिया का पानी जिस रास्ते से निकलता था, वह ऊंचा हो गया। अब यहां जल निकासी का संकट खड़ा हो गया है। इसके अलावा नालों में सिल्ट और कचरा भरा होने के कारण मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है।

आवारा जानवर

वार्ड की हर गली में दो चार आवारा जानवर घूमते हुए दिख जाएंगे। स्थिति यह है कि वार्ड के गांगुली टोला हो या मेडिकल रोड या अशोक नगर गलियों में सुबह और शाम किसी गेट के सामने जानवरों का झुंड दिख जाएगा तो दोपहर को किसी पेड़ के नीचे आराम करते हुए मिल जाएंगे। जानवरों के कारण लोगों में इतनी दहशत होती है कि लोग रास्ता ही बदल देते हैं। दिसंबर में इसी तरह से बिजली विभाग के एक कर्मचारी को सांड़ ने घायल कर दिया था।

पब्लिक डिमांड

- सड़कें, नाले-नालियों की सफाई की समूचित व्यवस्था हो।

- प्रमुख सड़कों की मरम्मत का कार्य किया जाए।

- वार्ड में जल निकासी की सही व्यवस्था हो।

- आवारा जानवरों को पकड़ कर हटाने का कार्य हो।

- बिजली के तारों को टाइट किया जाए, जर्जर तार बदले जाएं।

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फैक्ट फाइल

पार्षद- स्नेहलता सिंह बघेल

एजुकेशन- ग्रेजुएशन

कितनी बार से हैं पार्षद- पहली बार

जनसंख्या - 15749

मतदाता - 9962

मोहल्ला-

अशोक नगर, बशारतपुर, सुडिया कुआं, पासपोर्ट ऑफिस, सेंट जॉन चर्च के आस-पास का एरिया, गांगुली टोला, गांगुली हॉस्टल

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कॉलिंग

नालियों की सफाई होती ही नहीं है। मोहल्लों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। पब्लिक को शाम को घर के बाहर बैठना मुश्किल हो जाता है।

देव अग्रहरि, व्यापारी

सफाई कर्मी आते हैं लेकिन केवल कोरम पूरा करते हैं। स्थिति यह है कि वार्ड की हर गलियों की नालियां सिल्ट और कूड़े से पटी हुई हैं।

राजा शर्मा, सर्विसमैन

असूरन रोड पर अक्सर जाम होने के कारण लोग एचएन सिंह चौराहा से अंदर होते हुए धर्मशाला ओवरब्रिज तक निकलते हैं लेकिन इस सड़क की स्थिति यह है कि इस पर गड्ढे ही गड्ढे केवल नजर आते हैं।

अमन मसीह, स्टूडेंट

सेंट जॉन चर्च की बगल की गली की स्थिति यह है कि घर का डेली रूटीन का पानी तक नहीं निकल पाता है। मेन रोड पर जो यह नाली मिलती है, वहां कभी सफाई होती ही नहीं है।

नीलम राय, हाउसवाइफ

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पार्षद जी जवाब दो

सवाल: आपके पांच साल के विकास कार्य से लोग कितना संतुष्ट हैं?

जवाब: विकास कार्य ही किसी जनप्रतिनिधि की पहचान होती है। पिछले पांच साल से वार्ड के लिए अधिकारियों से लड़कर विकास कार्य किया गया है। मैंने अपने प्रयास से लोगों को संतुष्ट करने का कार्य किया गया है।

सवाल: वार्ड की गंदगी को लेकर लोगों की बहुत कंप्लेन है?

जवाब: वार्ड में यह समस्या है। सफाई का कार्य नियमित किया जा रहा है। कुछ जगहों पर इस तरह की अगर शिकायत आती है तो उसको भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

सवाल: वार्ड में सड़क और जल जमाव की प्रॉब्लम है?

जवाब: वार्ड की सभी गलियां बन गई हैं। मुख्य सड़क टूटी हुई है, इसका टेंडर हो चुका है अधिकारियों की लापरवाही से कार्य नहीं हो पा रहा है। एक गली है जहां जल जमाव होता है, उसके लिए भी प्रस्ताव बन गया है।