GORAKHPUR: वार्ड का हाल क्या होगा, उसका अंदाजा वहां पहुंचने के साथ ही हो जाता है। इलाहीबाग यानी वार्ड 45 (पहले 60 था) की कहानी कुछ अलग ही है। यहां बेहतरीन रोड के साथ ही सफाई व्यवस्था भी चकाचक है। मगर यहां के लोग कुछ दूसरी परेशानियों से जूझ रहे हैं। वाटर लेवल नीचे जाने और नल से खराब पानी आने की वजह से लोगों को पीने का पानी ठीक से नहीं मिल पा रहा। वहीं, रोड पर ही लगा ट्रांसफॉर्मर आए दिन एक्सीडेंट की वजह बन रहा है। मोहल्ले में ही लोगों ने वेस्ट डंपिंग यार्ड बना दिया है तो वहीं सारे वार्ड का पानी निकालने के लिए सिर्फ एक ही नाला है, जो बरसात के दिनों में ओवरफ्लो कर जाता है। वार्ड का जायजा लेने जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो पब्लिक ने अपनी ये प्रॉब्लम्स शेयर कीं।
हक और हकीकत
सफाई 6म्/10
वार्ड में एंट्री के बाद रिपोर्टर की मुलाकात वहां रहने वाले मुल्तान से हुई। बातचीत में उन्होंने बताया कि वार्ड में सड़क और सफाई से जुड़ी ज्यादा दिक्कत नहीं है। रोजाना सफाई कर्मी आकर कूड़ा घर से ही उठा ले जाते हैं। मगर यहां एक जगह पतंग की दुकान के पास लोगों ने वेस्ट डंपिंग यार्ड बना दिया है। सफाई कर्मी भी कभी-कभी यहीं कूड़ा गिरा देते हैं। इसके चलते आसपास रहने वालों का रहना दूभर हो जाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत हवा चलने के दौरान होती है, जब लोगों को ताजी हवा मिलने के बजाए कूड़े की बदबू सूंघनी पड़ती है।
जलजमाव 4/10
वहीं पास में खड़े वार्ड के ही रहने वाले देवराज ने बताया कि मोहल्ले में वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम थोड़ी बारिश में तो नहीं है। लेकिन जब ज्यादा बारिश होती है, तो यहां घुटने तक पानी लग जाता है। पूरे वार्ड में जल निकासी के लिए एक ही बड़ा नाला है। नए नाले बनाने के लिए रोड भी इतनी चौड़ी नहीं है कि यहां कोई अल्टरनेट व्यवस्था की जा सके। वहीं कोई ऐसा ऑप्शन भी नहीं है, जिससे यहां का पानी निकालकर बड़े नाले में बहाया जा सके।
पीने का पानी 3/10
कुछ दूर जाने पर एक सूखा नल नजर आया। वहीं बगल में खड़े मेराज ने बताया कि यहां सबसे ज्यादा प्रॉब्लम पीने के पानी की है। पानी के लिए लगे नल ज्यादातर गंदा पानी देते हैं, जिससे कोई उनका पीने के लिए इस्तेमाल नहीं कर पाता। वहीं सूफीहाता में बना ट्यूबवेल अपने दिन पूरे कर चुका है, बावजूद इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे पानी ठीक से घरों तक नहीं पहुंच पाता। वहीं मिनिट्यूबवेल भी बार-बार एयर ले लेता है, जिससे पीने का पानी नसीब नहीं हो पाता।
आवारा जानवर 2/10
इलाहीबाग में पुल के पास खड़े राजिक ने बताया कि यह वार्ड आवारा जानवरों से भी अछूता नहीं है। सुबह से शाम तक यहां आवारा जानवरों का बसेरा रहता है। सबसे ज्यादा तादाद कुत्तों की है, जिसकी वजह से लोग खासतौर पर महिलाएं यहां से पैदल गुरजने की हिम्मत नहीं करतीं। वहीं गाडि़यों से गुजरने वाले लोग जैसे-तैसे रास्ता पार करते हैं। वहीं सड़कों पर सांड़ भी कब हमला कर दे, इसका डर भी हमेशा ही बना रहता है।
ट्रांसफॉर्मर 3/10
वार्ड में ट्रांसफॉर्मर लगने पर लोगों को काफी खुशी होती है कि अब मोहल्ले में बिजली और लो वोल्टेज की प्रॉब्लम कम हो जाएगी। मगर इस वार्ड की अलग ही स्थिति है। यहां पर लगा ट्रांसफॉर्मर लोगों को आए दिन हॉस्पिटल पहुंचा देता है। असल में यहां घोषीपुर चौक पर लगा ट्रांसफॉर्मर बिल्कुल सड़क के बीच में लगा हुआ है, जिसकी वजह से यहां आए दिन एक्सीडेंट हो जा रहे हैं। लोगों ने कई बार इसे यहां से हटवाने की कोशिश की, लेकिन जगह न मिलने की वजह से यह अब तक शिफ्ट नहीं हो सका।
वार्ड नंबर - 45
जनसंख्या - 15000
वोटर्स - 9042
वार्ड बोलता है
वार्ड में सड़क काफी अच्छी है। मगर यहां एक ही नाला होने की वजह से बरसात के दिनों में वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम हो जाती है। घुटने तक पानी लगा रहता है, जिससे सभी को दिक्कत होती है।
- विकास, प्रोफेशनल
यहां सबसे ज्यादा पीने के पानी की प्रॉब्लम है। सरकारी नल से पीला पानी आता है, वहीं वाटर सप्लाई आए दिन खराब रहती है। इसकी वजह से लोगों को खरीदकर पानी पीना पड़ता है।
- मुल्तान, प्राइवेट सर्विसमैन
सफाई व्यवस्था तो ठीक है, लेकिन मोहल्ले में ही कुछ लोगों ने कूड़ा डालने की जगह बना दी है। इससे हवा चलने से घर के दरवाजे और खिड़की खोलना दूभर हो जाता है।
- शिल्पी, स्टूडेंट
वार्ड में आवारा जानवर बहुत हैं। सबसे ज्यादा कुत्ते हैं। रात में कोई भी गुजर जाए, वह भौंकना शुरू कर देते हैं। वहीं सांड़ भी परेशानी बढ़ाते हैं। जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
- सुमन, स्टूडेंट
पब्लिक डिमांड
- यहां पर पानी की व्यवस्था के लिए ठोस इंतजाम किए जाएं, पुराने ट्यूबवेल की जगह नया ट्यूबवेल लगवाया जाए
- नगर निगम के सफाईकर्मियों पर निगरानी रखी जाए, जिससे वह कूड़ा पड़ाव केंद्र पर ही डालें, न कि मोहल्ले में - सड़क के बीच में लगा ट्रांसफॉर्मर हटाया जाए, जिसकी वजह से आए दिन एक्सीडेंट की घटनाएं होती हैं।
- यहां नाला भी ठीक कराया जाए, जिससे कि बारिश के दिनों में लोगों को भीषण जलजमाव से न जूझना पड़े।
मोहल्ले - घोषीपुर, दाउदचक, इलाहीबाग, सूफीहाता, तिवारीपुर आंशिक
नाम - मोहम्मद अख्तर
तीन बार से पार्षद
क्वालिफिकेशन - एमए, बीएड
जवाब दो पार्षद जी
रिपोर्टर - आपके मोहल्ले में रोड पर ही ट्रांसफॉर्मर लगा है, जिससे आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती हैं?
पार्षद - ट्रांसफॉर्मर हटाने का कई बार प्रयास किया गया है, दो नए ट्रांसफॉर्मर भी लगवाए गए हैं, लेकिन मेन टांसफॉर्मर के लिए जगह न मिल पाने की वजह से इसकी शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है।
रिपोर्टर - मोहल्ले में ही डंपिंग यार्ड बना दिया गया है, लोगों को काफी परेशानी होती है?
पार्षद - वह एक निजी जमीन है, जहां आसपास के लोग कूड़ा डाल देते हैं। वहीं कभी-कभी सफाई कर्मी भी मौका पाकर कूड़ा वहीं गिरा देते हैं। इसके लिए जमीन के मालिक को ही पहल करनी पड़ेगी।
रिपोर्टर - यहां वाटर लॉगिंग की समस्या बनी रहती है?
पार्षद - यहां पहले पांच-पांच गढ़ही थी, जहां बरसात का पानी जमा हो जाता था। मगर आबादी बढ़ने के साथ ही इसकी प्लॉटिंग शुरू हो गई, जिसकी वजह से सारी गढ़ही भर गईं। एक नाले से ही पानी की निकासी होती है, जिसकी वजह से वॉटर लॉगिंग हो जाती है।
रिपोर्टर - आपके वार्ड में पानी की भी बहुत समस्या है, इसके लिए क्या कर रहे हैं?
पार्षद - पानी की समस्या के लिए निगम को लेटर लिखा गया है। यहां वाटर लेवल काफी नीचे है, लेकिन निगम 100 फीट से ज्यादा पर पानी की परमिशन नहीं दे रहा है, जिसकी वजह से प्रॉब्लम आ रही है।