RANCHI: समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी कामयाबी का लोहा मनवाने वाली महिलाओं के हौसले को दोगुना बढ़ाने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने उन्हें सम्मानित किया। सम्मान देकर उनके हौसलों को उड़ान देने के लिए सैटरडे शाम होटल बीएनआर चाणक्या में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट नारी टुडे अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया। इसमें रांची की क्ब् महिलाएं जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्र में खुद को प्रूव किया है, उन्हें सम्मानित किया गया।

इन्होंने सम्मानित किया

नारी टुडे पर महिलाओं को सम्मानित करने के लिए राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कल्याणी शरण, रांची की मेयर आशा लकड़ा ने उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर जागरण समूह के सीनियर जीएम मनोज कुमार गुप्ता उपस्थित थे।

बस मौका देने की जरूरत

महिला आयोग की अध्यक्षा कल्याणी शरण ने कहा कि आज की महिलाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इस तरह से उनके काम को अगर सम्मान दिया गया तो उनका हौसला बढ़ेगा और वो समाज के लिए और अच्छा काम करेंगी। झारखंड में महिलाओं की स्थिति दयनीय है। यहां की लड़कियां ट्रैफिकिंग की शिकार हो रही हैं। इसके लिए जरूरी है कि लड़कियों में एजुकेशन बढ़ाया जाए और उनको रोजगार दिया जाए। महिलाओं को फैमिली ओर प्रोफेशनल लाइफ में मैनेज करने की जरूरत है। इससे वो आगे बढ़ सकती हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इस समारोह में जिन महिलाओं को सम्मानित किया गया है, उनका हौसला तो बढ़ेगा ही जो महिलाएं समाज में अच्छा काम कर रही हैं उनका भी मनोबल बढ़ेगा।

महिलाओं को आगे आने की जरूरत है

मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि महिलाओं को सम्मानित करके उनके हौसले को बढ़ाया जा रहा है। बहुत सारी महिलाएं आज अपने बल पर आगे बढ़ रही हैं। आज भी बहुत सारी महिलाएं हैं जो आगे बढ़ना चाहती हैं लेकिन उनके पास सुविधाएं और जानकारी नहीं हैं। इसलिए समाज में जो भी शिक्षित महिलाएं हैं उनको दूसरी महिलाओं को मदद कर आगे बढ़ाने की जरूरत है। सरकारी स्तर पर भी महिलाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इसमें सभी को मिलकर आगे आना होगा। इस मौके शील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर के आर चंद्रप्रसाद भी मौजूद थे।

महिलाओं को मिलता है सम्मान

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से हर साल नारी टुडे अवार्ड का आयोजन होता। इसमें सिटी की वैसी महिलाओं को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने बलबूते मुकाम हासिल किया और दूसरों को भी अपने और समाज के विकास के प्रति सजग। समर्पित रहने को प्रेरित किया। नारी टुडे अवा‌र्ड्स का प्रायोजक शील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर है।

इन महिलाओं को मिला सम्मान

क्। डॉ स्वाति प्रभात

ख्। विभा सिंह

फ्। स्मिता झा

ब्। वंदना कुमारी

भ्। डॉ रूपाश्री पुरुषोत्तम

म्। पिंकी प्रवीनता तिग्गा

7 आस्था किरण

8 अनु पोद्दार

9. संध्या बाग्ला

क्0. सुषमा केरकेट्टा

क्क्। अर्चना वर्मा

क्ख्। दिव्या सिंह

क्फ्। नीरा किशोर शाहदेव

क्ब्। अर्चना कुमारीॉ

क्भ्। रचना मिनोचा

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वर्जन

हर परेशानी का करती हैं सामना।

संत गैब्रियल एंड मोनिका स्कूल की सुषमा केरकेट्टा ने बताया कि हम महिलाओं पर कई जिम्मेवारियां हैं। हमलोग को अपने बच्चों को भी संस्कार देना है और उनको अच्छा इंशान बनाना है। हम महिलाओं को घर और बाहर दोनों एक साथ मैनेज करने का चैलेंज है। इस अवार्ड को पाकर मेरा हौसला और बढ गया है। हमलोग गरीब परिवार से निकलकर लोगों की परेशानी को समझ कर आगे बढ़े हैं।

महिलाओं में उत्साह बढ़ता है

सोशल वर्कर अनु पोद्दार ने अवार्ड पाने पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह सम्मान पाकर मै बहुत खुश हुं। हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है। जिससे हम अपने परिवार और समाज के लिए कुछ कर सकें। हर किसी के मन में समाज सेवा करने की भावना है, लेकिन यह मौका जब महिलाओं को मिलता है तो बहुत अच्छे तरीके से उसे निभाती हैं।

हर महिला है सम्मान की हकदार

डॉ स्वाती क्लिनिक की डॉक्टर स्वाती प्रभात ने कहा कि हम महिलाओं को काम करने के बदले जब सम्मान मिलता है तो काम करने का हौसला और बढ जाता है। हमलोग लोगों का इलाज और समाजिक काम में बढ़चढ कर हिस्सा लेते हैं। महिलाओं में प्रतिभा की भरमार है बस उसे निखारने की जरूरत है।

वर्जन

काम में ईमानदारी रखनी है

आज हमारे काम को सम्मान मिला है। यह हमारे हौसले को बढ़ाता है। बेहतर काम करना है। मैं अपने स्कूल में ईमानदारी से काम करना चाहती हूं। अपने स्कूल से ही बच्चों को हर तरह की शिक्षा देने के लिए काम कर रही हूं। शुरुआत में ही बच्चों को हर तरह की शिक्षा देने का प्रयास कर रही हूं।

-नीरा किशोर शाहदेव, प्रिंसिपल, बचपन प्ले स्कूल

बच्चों को बनाना है इंसान

हम महिलाओं पर कई जिम्मेवारियां हैं। हमलोगों को स्कूल के साथ-साथ अपने परिवार के लिए भी समय निकालना होता है। इसके बावजूद स्कूल के बच्चों को बेहतर इंसान बनाने के लिए हमलोग मेहनत कर रही हैं। अपने स्कूल के बच्चों को हर तरह से शिक्षित कर बेहतर इंसान बनाना है।

-विभा सिंह, डायरेक्टर, नन्हे कदम स्कूल