-प्रशासन देगा जमीन, एक सप्ताह में करनी होंगी शिफ्ट

- नाले की पटरी पर चल रहीं अवैध डेयरियों को हटाने के हैं आदेश

मेरठ: डेयरी हटाने के लिए बुधवार को मोहलत मांगने पहुंचे डेयरी संचालकों को कमिश्नर की चौखट से निराशा हाथ लगी। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने दो टूक जबाव देते हुए कहा कि नालों पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त करना शुरू करो। जमीन का बंदोबस्त प्रशासन करेगा।

आबू नाले पर हैं डेयरियां

गत दिनों आबू नाले का पैदल निरीक्षण करते हुए डीएम ने नाले की पटरी पर चल रहीं अवैध डेयरियों को उजाड़ने के आदेश दिए थे। कमिश्नर के आदेश को संज्ञान में लेते हुए नगर निगम ने जागृति विहार फेस-1,2,3 में नाले पर बनी डेयरियों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। करीब 50 डेयरियों नाले के किनारे स्थित हैं। कार्रवाई के विरोध में बुधवार कुछ डेयरी संचालकों ने मोहलत की मांग की जिसे कमिश्नर ने ठुकरा दिया। कमिश्नर ने डेयरी संचालकों से कहा कि प्रशासन उन्हें शहर के बाहर जगह मुहैया कराएगा।

10 हजार लोग करेंगे नाला सफाई

शहर की प्रमुख सामाजिक संस्था मेरा शहर-मेरी पहल की वर्षगांठ पर 7 सितंबर को मेरठ में एक अनूठा प्रयास हो रहा है। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के नेतृत्व में शहर के प्रमुख आबू नाले की सफाई 10 हजार लोग मिलकर करेंगे। जिला एवं ग्राम पंचायतों के करीब 4000 सफाईकर्मियों के अलावा हर शहरी को इस अभियान से जोड़ने का काम कमिश्नर कर रहे हैं। शहर के सबसे बड़े आबू नाले की सफाई का यह अभियान दिनभर चलेगा।