बाग में बना रहे थे योजना

दरअसल, सहसपुर पुलिस को सैटरडे नाइट मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ बदमाश थाना एरिया में डकैती की योजना बना रहे हैं। जिस पर सहसपुर थाना प्रभारी प्रदीप राणा की ओर से झाझरा और सेलाकुई चौकी पुलिस की मदद से टीम गठित कर इलाकों में दबिश दी गई। पुलिस टीम ने देखा कि रास्ते में डीएल नंबर की एक सफेद रंग की मारुति जैन कार खड़ी है। कार के पास ही बाग में कुछ लोगों की आवाज आ रही थी। पुलिस ने उन्हें डकैती करने की बात करते हुए सुन लिया। जिस कारण सभी को घेर कर मौके से ही दबोच लिया गया।

तमंचे और कारतूस बरामद

संडे को प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि आरोपियों ने अपना नाम शहजाद, रणजीत सिंह, जिशान, सुरेश कुमार उर्फ मोनू और जावेद उर्फ सोनू बताया। तलाशी लिए जाने पर आरोपियों के पास से तीन देशी तमंचे, 32 बोर के छह जिंदा कारतूस और दो खुंखरी बरामद हुई है। पूछताछ पर पता चला कि शहजाद और सुरेश कुमार की छरबा में परचून की दुकान है, जबकि जिशान मोटर मैकेनिक का काम करता है।

पुजारी के हत्या का था प्लान

एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पांचों ने पूछताछ में बताया कि संडे की रात को हिमाचल प्रदेश के राजगढ़ स्थित जैन मंदिर करोड़ों के गहने, नगदी लूटने की योजना बना रहे थे। उन्होंने योजना बनाई थी कि अगर पुजारी ज्यादा आना-कानी करेगा तो उसकी भी हत्या कर देंगे। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेस में जिशान ने बताया कि कुछ माह पूर्व वह और रणजीत मंदिर गये थे। मंदिर में 18 किलो की करोड़ों की सोने की मूर्ति देखकर वे दंग रह गये थे। इसके बाद उन्होंने वहां डकैती डालने की योजना बनाई थी।

गैंगरेप और हत्या के दर्ज हैं केस

एसपी देहात ने बताया कि पंाचों में से चार पर गैंगरेप और हत्या समेत चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं। रंजीत पर चार लोगों की फिरौती सहित हत्या के कई मुकदमे सहसपुर और विकासनगर थाने में दर्ज हैं। शहजाद पर थाना सहसपुर क्षेत्र में अपहरण कर गैंगरेप और हत्या के कई मुकदमे पंजीकृत हैं, जबकि जावेद और जिशान पर विकासनगर और सहसपुर थाना क्षेत्र में चोरी और हत्या के मुकदमे पंजीकृत हैं। दोनों ही जेल जा चुके हैं।