प्रसाद लेने गया था मिली मार
बंगलुरू के बाहरी इलाके में स्थित मंदिर में एक सात वर्षीय दलित बच्चा मंदिर में प्रसाद लेने गया. लेकिन मंदिर के पुजारी ने प्रसाद देने की जगह बच्चे को मंदिर में घुसने के लिए लताड़ना शुरू कर दिया. इसके बाद भी पुजारी से रहा नही गया और बच्चे को मंदिर के खंबे से दे मारा. पीड़ित लड़के ने कहा कि संडे के दिन मंदिर में प्रसाद का वितरण हो रहा था और वह अपने 12 वर्षीय दोस्त चेतन के साथ मंदिर में चला गया. इसके बाद पुजारी ने दो बच्चों से पूछा कि वह कहां से आए हैं तो बच्चों ने बताया कि वह जया नगर से आए हैं. इसके बाद पुजारी भड़क उठा और उन्हें वहां से जाने के लिए कहने लगा.

दो दिन बाद हुई पुलिस रिपोर्ट

इस मामले में घटना के दो दिनों बाद पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई. दरअसल इस बच्चे की मां ने पुजारी के खिलाफ कई रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन थानेदार ने रिपोर्ट दर्ज नही की. इसके बाद जब बात मीडिया तक पहुंच गई तो पुलिस स्टेशन उप अधीक्षक वी श्रीधर ने पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात की. इसके साथ ही पीड़ित व्यक्ति मुनीराथम्मा ने बताया, ''रविवार को सरकारी अस्पताल में ड्रेसिंग के लिए गए थे, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि प्राइवेट लैब से सिटी स्कैन कराके आओ. इसमें 2500 रुपए का खर्च आता. हमारे पास पैसे नहीं होने से हमने सिटी स्कैन नहीं कराया और इसके बाद सरकारी अस्पताल भी नहीं गए, क्योंकि डॉक्टर हमसे रिपोर्ट मांगते."

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