- शहर में चलने वाली खटारा बसों में कभी भी लग सकती है आग

- पुराने और जर्जर तार की वजह से आ सकती है परेशानी

- डीटीओ ने कहा कि अब गाड़ी के इंटरनल पार्ट की जांच भी की जाएगी

- अगर पैसेंजर रहता तो एक बड़ा हादसा हो सकता था मगर बच गई जान

PATNA : अगर आप शहर की खटारा सर्विस बस से डेली सफर कर रहे हैं तो थोड़ा सचेत रहें और इस बात को दिमाग में लेकर चलें कि बढ़ती गर्मी के साथ इसमें सफर करना जोखिम भरा हो सकता है। क्योंकि इसके अंदर का कल-पुर्जे पूरी तरह से गड़बड़ हो चुके हैं। लापरवाही का नतीजा है कि कोई एक बार भी इसकी वायरिंग की मरम्मत नहीं करता है। इस वजह से अचानक तेज गर्मी की वजह से आग लगने का खतरा बना रहता है। सिटी सर्विस के ड्राइवर बैजू की मानें तो इस तरह की परेशानी गर्मी में अधिक आती है, लेकिन इसके लिए सिर्फ तार ही वजह नहीं है। अंदर के कई इंट्रूमेंट एक्सपायर हो चुका होता है। उस वजह से भी इस तरह की परेशानी आ सकती है। यही नहीं इस गाड़ी में चढ़ने और निकलने का रास्ता एक ही होता है। वो भी बस ड्राइवर से सटे हुए रहता है। ऐसे में अगर किसी भी तरह का कोई हादसा होता है तो फिर बड़ी परेशानी बन सकती है। जानकारी हो कि शुक्रवार को गांधी मैदान स्थित बांकीपुर बस डिपो में अचानक बस में आग लगने की वजह से एक बड़ा हादसा हो गया, लेकिन शुक्र है कि उस समय बस में पैसेंजर नहीं था। अगर होता तो फिर उसकी जान माल की भरपाई करना संभव नहीं था।

मैकेनिकल जानकारी का अभाव

पटना में ट्रैफिक की वजह से ड्राइवर एक से दो गियर पर ही गाड़ी को खींचते हैं। ऐसे में इंजन पर काफी जोर पड़ता है। यही नहीं इस दौरान बेवजह प्रेशर हॉर्न का असर भी गाड़ी के अदर पार्ट पर पड़ता है। मैकेनिकल एक्सपर्ट राम गोविंद प्रसाद की मानें तो सिटी सर्विस को अगर सही रफ्तार से चलाया जाए तो दो चक्कर बहुत हो गया है। लेकिन यहां पर छह चक्कर मारने की आदत है। ऐसे में लगातार गाड़ी पर प्रेशर पड़ता है और आग की लपट में आने का खतरा बना रहता है। वहीं फोर व्हीलर के मैकेनिकल एक्सपर्ट अनिल कुमार ने बताया कि पेट्रोलिंग गाड़ी में तापमान का असर और शॉट सर्किट की वजह से आग की घटना लगातार बढ़ती चली जाती है।

फोर व्हीलर में भी लगी आग

दो महीने पहले पेट्रोल पंप में तेल ले रही एक गाड़ी में आग लग गई थी। इस वजह से काफी अफरा-तफरी मची थी। इसके बारे में जब जांच की गयी तो पता चला कि तापमान का असर गाड़ी में था इसलिए अचानक से पेट्रोल डालते ही आग लग गई।

तेज गर्मी में गाड़ी रखना भी है खतरनाक

वहीं मैकेनिकल अनिल कुमार ने कहा कि तेज गर्मी में अगर आप फोर व्हीलर रखते हैं और फिर इस गर्मी में एसी स्टार्ट करते हैं तो उस समय भी आग लगने का खतरा बना रहता है। इसलिए जब भी इन दिनों गाड़ी स्टार्ट करें तो पहले उसमें नॉर्मल टेंपरेचर बनाए रखने के लिए धूप से अलग रखें फिर धीरे-धीरे एसी की कूलिंग बढ़ाएं वरना कभी भी परेशानी आ सकती है।

डीटीओ की ओर से लगातार सिटी सर्विस सहित तमाम गाडि़यों की जांच होती है। अगर फिटनेस में गड़बड़ी पाई जाती है तो उस पर कार्रवाई होती है। यह भी सच्चाई है कि जांच हर दिन नहीं हो सकती है। मंथ में दो से चार बार जरूर हो जाती है।

- दिनेश राय, डीटीओ पटना

शहर में खटारा सर्विस

- क्00 के आसपास सिटी सर्विस

- ख्00 के आसपास स्कूली बस

बस के अंदर की हालत

सीट - उखड़ी व टूटी हुई

खिड़की - शीश टूटा हुआ

गेट - संकरे गेट से आना जाना

केबिन - ड्राइवर के अलावा इंजन पर भी बैठने की व्यवस्था

इंजन - पुराना और मरम्मत किया हुआ

टायर - पुराना और घिसा हुआ

ड्राइवर - कम एज या बिना लाइसेंस का

बस से सफर करने वाले पटनाइट्स

सिटी सर्विस - क्0,000 के आसपास

स्कूली बस - भ्0,000 के आसपास

बसों की जांच

छापेमारी - छह महीने से नहीं हुई है

जांच रिपोर्ट - दस में से 9 बस फिट निकल जाती है

ड्राइवर का स्टेटस

आंख - कभी जांच नहीं होती है

हेल्थ - कभी भी कोई संस्था जांच नहीं करवाता

मैकेनिकल स्टेटस - किसी भी ड्राइवर को कोई जानकारी नहीं

सिटी सर्विस की रफ्तार

- हर दिन हर गाड़ी छह चक्कर कम से कम मारता है।

- पैसेंजर अधिक से अधिक न हुआ तो ड्राइवर को देना पड़ता है चार्ज।

- हर चौराहे पर रोकते हुए पैसेंजर को उठाता है और कई चक्कर मारना पड़ता है।