- नौसढ़ और महेवा के साथ ही डोमिनगढ़ बांध पर दबाव बरकरार

GORAKHPUR: पिछले एक हफ्ते से लोगों को परेशान कर रही बाढ़ के तेवर तो कुछ कम हुए हैं, लेकिन इसने अब डराना शुरू कर दिया है। बुधवार को पानी घटने और झमाझम बारिश के बाद शहर के दक्षिणी छोर पर मौजूद लहसड़ी बांध का एक छोर करीब 10 इंच धंस गया है। इसकी वजह से आसपास रहने वालों के होश उड़े हुए हैं। मुकामी लोग बालू भरे बोरे और गिट्टी की मदद से गड्ढे को पाटने में लगे हुए हैं। देर शाम तक काफी कोशिशों के बाद किसी तरह हालात पर काबू पाया जा सका।

दबाव अभी कम नहीं

बाढ़ की वजह से बांध पर दबाव लगातार बना हुआ है। लहसड़ी के साथ ही डोमिनगढ़, नौसढ़ और महेवा में भी बांध पर पानी का जोर है। इसमें लहसड़ी में कई स्पॉट्स पर रिसाव को मुकामी लोगों ने काबू कर लिया है, लेकिन अभी भी बांध के आसपास मौजूद इलाकों में खतरा लगातार बना हुआ है। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बरहुआं के यादव टोला के पास मौजूद बांध से रिसाव होने लगा, जिसे रोकने के लिए मुकामी लोग जद्दोजहद करते नजर आए। देर शाम तक सभी रिसाव को रोक लिया गया, लेकिन लोगों में दहशत कम नहीं हुई है और मुकामी लोग बांध पर ही डेरा जमाए हुए हैं।

करीब दो मीटर घटी रोहिन

तीसरे दिन भी नदियों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। रिगौली स्टेशन पर जहां राप्ती का वॉटर लेवल 81.68 रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के निशान से 1.38 मीटर ऊपर है। वहीं बर्डघाट पर राप्ती खतरे के निशान से 2.07 मीटर ऊपर बह रही है। त्रिमोहिनी घाट की बात की जाए तो यहां रोहिन नदी करीब दो मीटर नीचे आई है, लेकिन अब भी यह खतरे के निशान से 0.8 मीटर ऊपर बह रही है। इसमें सभी नदियों का वॉटर लेवल लगातार नीचे आता जा रहा है, लेकिन खतरा कहीं से भी कम नहीं हुआ है।

इंडस्ट्रियल एरिया में घुसा पानी

एक तरफ जहां शहर में राप्ती और रोहिन लोगों की मुश्किलें बढ़ाए हुए है, वहीं दूसरी ओर आमी नदी भी अब लोगों को डरा रही है। हालत यह है कि आमी का पानी इंडस्ट्रियल एरिया में पहुंच चुका है और कई फैक्ट्रियों के साथ ही वहां मौजूद पॉवर हाउस के इर्द-गिर्द पानी पहुंच चुका है। इससे यहां के आसपास के इलाकों में बिजली की सप्लाई होती है। अगर वॉटर लेवल थोड़ा और बढ़ा, तो गोरखपुर के इंडस्ट्रियल एरिया गीडा में बिजली की सप्लाई बंद हो सकती है। फिलहाल पंपिंग सेट के जरिए वहां का पानी निकाला जा रहा है।

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काश! पहले ही आ जाते सीएम

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रोग्राम सहजनवां एरिया के मटियारी गांव में लगा है। यहां के दर्जनों गांव इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं और करीब 35 हजार लोग प्रभावित हैं। मटियारी निवासी अनिल की मानें तो सहजनवां में बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन कोई खास ध्यान नहीं दे रहा है। मगर सीएम का प्रोटोकॉल आते ही जिले के आलाधिकारी यहां की दौड़ लगाने लगे हैं और उन्हें बाढ़ पीडि़तों की याद आ गई है। बुधवार को मटियारी गांव में कमिश्नर तो भक्सा में डीएम राजीव रौतेला मौके पर पहुंचे और बाढ़ पीडि़तों से हर संभव मदद की बात कही।