-आई कंसर्न-

--टुनकी टोला, पावर हाउस दिव्यायन और जोड़ा तालाब की स्थिति बदहाल

--गंदे हैं तालाब, घाटों पर जहां-तहां पसरी है गंदगी

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RANCHI (20 ह्रष्ह्ल) : छठ महापर्व में अब पांच ही दिन बाकी है। लेकिन शहर के तालाबों की बदहाली दूर होने का नाम नहीं ले रही है। हालात यह है कि चार बड़े तालाबों में इस बार व्रती छठ महाव्रत नहीं कर पाएंगे। इनमें टुनकी टोला तालाब, पावर हाउस तालाब, दिव्यायन तालाब और जोड़ा तालाब शामिल हैं। पावर हाउस तालाब के पानी में जहां तेल घुल रहा है, वहीं टुनकी टोला तालाब में काई जमा है और विसर्जित प्रतिमाओं के अवशेष भी तैर रहे हैं। हालांकि, तेतरटोली तालाब की स्थिति इन तालाबों से थोड़ी बेहतर है।

आसान नहीं है निगम के लिए

छठ महापर्व के लिए तालाबों को तैयार करना रांची नगर निगम के लिए चुनौती बनी हुई है। यहां के तालाबों में जिस कदर गंदगी फैली हुई है, उसे छठ शुरू होने के पहले पूरी तरह साफ करना आसान नहीं है। चूंकि, 24 को नहाय खाय के साथ छठ महापर्व शुरू हो जाएगा। ऐसे में सभी तालाबों को दुरुस्त करने के लिए युद्धस्तर पर सफाई अभियान चलाने की जरूरत है। वरना, कई तालाब छठ पर्व मनाने के काबिल नहीं रहेंगे।

पार्षद बोले

तालाबों के रिनोवेशन व ब्यूटीफिकेशन का काम पिछले डेढ़ सालों से होता आ रहा है। लेकिन, आज भी तालाबों की बदहाली दूर नहीं हो सकी है। इस बार कई तालाबों में छठ महापर्व करना व्रतियों के लिए आसान नहीं होगा। एक तो तालाब के पास मिट्टी जमा कर छोड़ दिया गया है तो दूसरी तरह घाट जाने वाले रास्ते की हालत भी जर्जर है। ठेकेदार ने काम आधा-अधूरा छोड़ दिया है। अब जनता सवाल कर रही है। ऐसे में क्या जवाब दें, समझ में नहीं आ रहा है।

सुधा देवी

पार्षद, वार्ड-4

जोड़ा तालाब में बड़ी संख्या में लोग छठ महापर्व मनाने आते हैं, लेकिन इस बार तालाब की जो हालत है, उसमें यहां छठ करना व्रतियो के लिए आसान नहीं होगा। मिट्टी डालकर घाटों को खराब कर दिया गया है। जब ठेकेदार सही से काम नहीं कर रहा है तो उसे हटा दे, पर नगर निगम के अधिकारियों को इससे कोई मतलब नहीं है। छठ के पहले तक तालाबों की साफ-सफाई कराना काफी मुश्किलों भरा साबित हो रहा है।

संगीता देवी

पार्षद, वार्ड-8