-अचानक सामने आए कई डेंगू पेशेंट, एक बच्ची की जा चुकी है जान

- मंडलीय हॉस्पिटल में पहुंच चुके हैं अब तक आधा दर्जन संदिग्ध

- अभी से घर और बाहर तलाशिये डेंगू का ठिकाना वरना हो जाएंगे शिकार

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पूर्वाचल में एक बार फिर डेंगू ने अपनी दस्तक दे दी है। गवर्नमेंट सहित प्राइवेट हॉस्पिटल्स में डेंगू से पीडि़त पेशेंट्स के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। अकेले कबीरचौरा स्थित मंडलीय हॉस्पिटल में अब तक आधा दर्जन से ज्यादा सस्पेक्टेड डेंगू लक्षणों वाले पेशेंट आ चुके हैं। जबकि शुक्रवार को एक मासूम की डेंगू से मौत भी हो चुकी है। मंडलीय हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में डेंगू के चार पेशेंट का ट्रीटमेंट चल भी रहा है। वहीं पं। दीनदयाल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी में एडमिट डेंगू पेशेंट की हालत सीरियस होने की वजह से बीएचयू रेफर किया जा चुका है।

फिलहाल मान रहे संदिग्ध

मंडलीय हॉस्पिटल के इमरजेंसी में बने डेंगू वार्ड में 27 अगस्त को जौनपुर निवासी अक्षय यादव (18) को एडमिट कराया गया। अक्षय अब बीएचयू में रेफर हो चुका है। जबकि रामनगर निवासी रीता देवी दो दिन पहले यानि 25 अगस्त से एडमिट हैं। इनके ठीक बाद मिर्जापुर निवासी बजरंगी सिंह और जैतपुरा निवासी शमीम को भी डेंगू वार्ड में एडमिट कराया गया है। डॉक्टर्स इन्हें डेंगू का संदिग्ध रोगी मानकर ही इलाज कर रहे हैं।

डॉक्टर्स भेज रहे 'बाहर'

मंडलीय हॉस्पिटल में बाहर से जांच करवाने का रोग पुराना है। हॉस्पिटल में डेंगू किट व जांच सब फ्री में अवेलेबल है, फिर भी पेशेंट्स को बाहर भेजने की शिकायतें हैं। शुक्रवार को डेंगू के संदिग्ध पेशेंट के रूप में एडमिट जैतपुरा निवासी शमीम की मानें तो एक चिकित्सक ने दो लड़कों को भेजा था कि बाहर से जांच कराएंगे तो रिपोर्ट जल्दी मिल जाएगी। दोनों लड़कों ने 16 सौ रुपये लेकर रिपोर्ट तुरंत दे भी दिया लेकिन डॉक्टर साहब डेढ़ बजे तक हॉस्पिटल से बिना रिपोर्ट देखे निकल गये।

जिला अस्पताल भी हरकत में

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पं। दीनदयाल उपाध्याय में भी डेंगू पेशेंट्स के लिए अलग व्यवस्था की गई है। डॉक्टर्स से लेकर स्टॉफ तक सभी को डेंगू पेशेंट्स के चेकअप में सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है। जबकि इमरजेंसी वॉर्ड में डेंगू पेशेंट्स के लिए स्पेशल अरेंजमेंट किया गया है। ताकि पेशेंट या उसके परिजनों को कोई प्रॉब्लम न होने पाए।

फैली बीमारी तो करने लगे जागरूक

मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा के इमरजेंसी वॉर्ड में डेंगू पेशेंट्स के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इमरजेंसी वार्ड में एंट्री करते ही सामने दीवार पर एक पंफलेट भी चस्पा है। इस पर लिखा है कि डेंगू पेशेंट्स को मच्छरदानी के अंदर रहना अतिआवश्यक है। क्योंकि डेंगू पेशेंट को काटने वाले वाला मच्छर जिस किसी को भी काटेगा उसे डेंगू होने का गंभीर खतरा है।

डेंगू के लक्षण और इलाज

- बुखार होना, शरीर और सिर में बराबर दर्द बना रहना

- पेट दर्द, उल्टी और भूख न लगना, उल्टी होना या दस्त में खून आना

- शरीर पर लाल निशान या चकत्ते पड़ना और सांस लेने में तकलीफ होना

-डेंगू फीवर का कोई निश्चित इलाज नहीं है। उपचार लक्षणों के आधार पर किया जाता है

- बुखार उतारने के लिए पैरासिटामॉल का यूज करें

- रोगी को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ जैसे पानी, ओआरएस का घोल, नींबू पानी, लस्सी, दूध आदि दें

-मरीज हल्का खाना तथा ज्यादा से ज्यादा फल खाने को दें।

करिए तैयारी वरना आपकी आएगी बारी

- घर और आसपास सफाई का पूरा ध्यान रखिये क्योंकि साफ सुथरी जगह पर मक्खी-मच्छर कम पनपते हैं और बीमारियां कम फैलती है।

-कूलर का पानी हर सप्ताह पूरी तरह से बदल दें क्योंकि रूके हुए पानी में डेंगू के मच्छर पनपते हैं।

- नालियों की सफाई करवाएं और वो गड्ढे खुद से भर दें जहां पानी जमा हो सकता है।

- जहां जल निकास संभव न हो, वहां कीटनाशक दवा या केरोसिन का तेल डालें।

- घर और आसपास पड़े बर्तन, मटके, डब्बे, गमले, टायर आदि में पानी इकठ्ठा न होने दें।

- अधिक मच्छर वाली जगहों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करें।

- सोते समय मच्छरदानी का यूज करें और ऐसे कपड़े पहनें जिससे शरीर का अधिकांश हिस्सा ढके।

-डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करें और जांच कराएं।

डेंगू पेशेंट्स के बेहतर चेकअप के लिए 'डेंगू वार्ड' बनाया गया है जिसमें कई संदिग्ध पेशेंट का चेकअप चल रहा है। हालांकि अभी सस्पेक्टेड पेशेंट ही हैं। हॉस्पिटल में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

डॉ। आरपी चतुर्वेदी, एसआईसी, मंडलीय हॉस्पिटल

डेंगू से बचने के लिए साफ-सफाई बेहद जरूरी है। घर में या बाहर निकलते वक्त फुल बांह का कपड़ा पहने। यदि बुखार नहीं जा रहा है तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराये।

डॉ। प्रमोद कुमार, फिजिशियन, डीडीयू हॉस्पिटल

पाण्डेयपुर

गंदे और स्थिर पानी में ही डेंगू मच्छर पनपते हैं। इसलिए घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। यदि बुखार व सिर दर्द है तो तुरंत डॉक्टर्स से परामर्श लें हो सकता है कि ये डेंगू की शुरूआत हो।

डॉ। शैलेश मालवीय, जनरल फिजिशियन