- पुलिस वालों की लापरवाही पड़ रही जान पर भारी

- सर्विस रिवाल्वर से कभी मर्डर तो कभी कर चुके हैं सुसाइड

PATNA : पुलिस वालों द्वारा कई बार सरकारी हथियार का दुरुपयोग किये जाने का मामला सामने आता रहा है। कभी नशे में फायरिंग तो कभी दूसरे पर रिवाल्वर का धौंस दिखाकर वसूली करते पुलिस वाले देखे गये हैं। बेऊर मोड़ पर कुछ महीने पहले ही पुलिस का एक जवान की वसूली करते लोगों ने पिटाई कर दी थी। यही नहीं उसके नशे का फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्वों ने उसका पिस्टल भी छीन लिया था। गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज हुआ लेकिन पिस्टल अबतक रिकवर नहीं हो सका है। जितेन्द्र कुमार नाम के इस पुलिस वालों को पिस्टल दिखाकर रौब झाड़ना महंगा पड़ा था।

सस्ते में चली गई जान

फुलवारी शरीफ एरिया में कुछ महीने पहले ही एक बच्ची को पुलिस वाले की कारबाइन से गोली लगने से मौत हो गई। ढाई साल की मासूम बच्ची को गोली तब लगी जब अपनी दादी के साथ पड़ोस में रहने वाले पुलिस वाले के घर गई थी। उक्त पुलिस वाले का बेटा कारबाइन से खेल रहा था इसी दौरान गोली चल गई और बच्ची वहीं ढेर हो गई। गोली गर्दन में लगी थी।

नशे में चल गई गोली

पिछले महीने ख्क् दिसम्बर को पुलिस लाइन में ही सेन्ट्रल मिनिस्टर रामकृपाल यादव के बॉडीगार्ड भरत यादव के सरकारी पिस्टल से गोली चल गई और उसे ही लग गई। बुद्धा कॉलोनी थाना के पुलिस लाइन के अपने आवास में वह रात को कमरे में बैठा था और पिस्टल से गोली निकालते वक्त वह इतना नशे में था कि उसे पता ही नहीं चला और ट्रिगर दब गया। एक गोली उसे लगी जबकि दूसरी गोली कमरे की सिलिंग में लगी थी। इसके अलावा पिछले साल ही शास्त्रीनगर थाना एरिया में एक पुलिस वाला ने अपने भाई के दोस्तों पर गोली चला दी जिससे दो युवक जख्मी हो गये थे। वह पुलिस वाला दिमागी रूप से कमजोर था और उसका इलाज चल रहा था। सवाल तब भी खड़ा हुआ था कि आखिर ऐसे आदमी को हथियार क्यों दिया गया। ऐसे सभी मामलों में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के तौर पर संस्पेड तो कर दिया जाता है मगर इससे पुलिस वाले सीख नहीं ले पा रहे हैं कि यह सरकारी हथियार खेलने की चीज नहीं। लापरवाही जान पर आफत बन रही है।