डार्कमैटर के कारण एलियन से संपर्क करना हुआ मुश्किल

लंदन: वैज्ञानिकों द्वारा की गई हालिया स्टडी के बाद यह कहा जा रहा है कि इस अथाह अंतरिक्ष के 95 परसेंट हिस्से में डार्क मैटर (एक प्रकार का काला अंधेरा) फैला हुआ है। ब्रह्मांड के अंनंत आकार को देखते हुए डार्क मैटर तो असीमित है, लेकिन इसके बारे में धरती के वैज्ञानिकों की जानकारी बहुत सीमित है। तभी तो हम आजकल एलियन सभ्यताओं के बारे में कुछ भी जान नहीं सके। फिलहाल वैज्ञानिकों का कहना है कि इसी डार्कमैटर की वजह से ही हम अपने से ज्यादा उन्नत और हाईटेक एलियन्स द्वारा भेजे गए सिग्नल रिसीव करने और पहचानने से मात खा जाते हैं।

 

वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग से साबित की डार्कमैटर की नई सच्चाई

अंतरिक्ष का डार्कमैटर ही हम इंसानों को एलियन से संपर्क करने से रोकता है। इस तर्क को साबित करने के लिए स्पेन की कार्डिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग किया। इस प्रयोग मे 137 प्रतिभागियों को इमारत और सड़क जैसी मैन मेड स्ट्रक्चर्स, पहाड़ और नदियों की आसमान से ली गई तस्वीरों के बीच अंतर पहचानना था। इनमें से एक तस्वीर में गोरिल्ला की छोटी आकृति को भी शामिल किया गया था। वैज्ञानिक देखना चाहते थे कि प्रतिभागी इस छोटे गोरिल्ला पर ध्यान देते हैं अथवा नहीं। इस प्रयोग से पहले प्रतिभागियों की बौद्धिक क्षमता का भी परीक्षण किया गया, ताकि पक्का रहे कि उन सभी की मानसिक क्या है। प्रयोग पूरा होने के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि ज्यादा बुद्धिमान लोगों की बजाय कम बुद्धिमान पार्टीसिपेंट्स ने अधिक बार गोरिल्ला की पहचान करके दिखाई।

डार्क मैटर के कारण ही एलियन और इंसानों के बीच संपर्क हुआ मुश्किल! नई रिसर्च में हुआ खुलासा


अंतरिक्ष के बारे में हमारी परपंरावादी सोच ही है सबसे बड़ी बाधा

इस अनोखी रिसर्च के बाद रिसर्च टीम के वैज्ञानिक Gabriel de la Torre ने बताया कि, हमारी परंपरागत सोच ही हमें नई जानकारियां हासिल करने से रोक देती है। इसी तरह से 'अंतरिक्ष के बारे में हमने बरसों पहले से एक सोच बना रखी है। अपनी उसी जानकारी के आधार पर हम अंतरिक्ष की बाकी चीजों या घटनाओं को देखते और समझते हैं। यही वजह है कि तमाम बार अंतरिक्ष में कोई अलग वस्तु या घटना हमारी आंखों के सामने से गुजरती या घटती है तो हमें उसका पता ही नहीं चलता या फिर धरती पर वैज्ञानिक उसे नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसी ही वजहों से इंसानों अब तक एलियन के बारे में कुछ भी नहीं जान सके हैं। वैज्ञानिकों का विचार है कि अब हमें अंतरिक्ष के बारे में फिर से और नए सिरे सोचने और देखने की जरूरत है।

इनपुट: प्रेट्र


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