- सिटी की एक बेटी ने पेश किया उदाहरण

- सरकार की बेरूखी के बाद भी नहीं डगमगाए कदम

- एशियन गेम्स में डिस्कस थ्रो में जीता गोल्ड

मेरठ: आई नेक्स्ट के बेटी बचाओ अभियान में मेरठ की बहू सीमा पूनिया ने एक बेहद बड़ा उदाहरण पेश किया है। प्रदेश सरकार की बेरुखी के बावजूद विपरीत परिस्थितियों में भी एक बेटी अपने सपनों को पूरा करना जानती है। उसे पता है कैसे अपने घरवालों और समाज का नाम रोशन करना है।

बेटी ने कर दिखाया नाम रोशन

आई नेक्स्ट बेटी बचाओ अभियान चला रहा है। इसी बीच मेरठ की सीमा पूनिया ने एक ऐसा उदाहरण पेश कर दिखाया, जिसमें आज सभी गदगद हैं। सीमा के शानदार प्रदर्शन पर आज जश्न का दौर चल रहा है। लेकिन ये बेटी ही है जिसने आज खुशियों का माहौल दिया है। देश का नाम रोशन किया है।

ये बेरूखी अच्छी नहीं

कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर आई सीमा पूनिया को उत्तर प्रदेश सरकार ने पूछा तक नहीं। यही वो गिला है, जिसके बावजूद ये खिलाड़ी सभी कठिनाइयों को दरकिनार करते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल झटक कर ले आई। सीमा पूनिया के देवर अनुज पूनिया ने भी साफ कहा कि जो लड़की देश का गौरव बढ़ा रही हो, उसके साथ ही उसके प्रदेश की सरकार इस तरह का बर्ताव कर रही है।

इन्होंने कहा

एशियन गेम्स में सीमा पूनिया ने पदक जीतकर यूपी का नाम रोशन किया है, इसके लिए वह बधाई के पात्र है। मेरी कामना है सीमा इसी तरह अपना नाम ऊंचा कर हमें खुशियां देती रहें।

-आशुतोष भल्ला

चेयरमेन, उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन

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एशियन गेम्स में पदक जीतना बहुत बड़ी सफलता है। सीमा की मेहनत रंग लाई, सीमा को जीत की बहुत-बहुत बधाईयां। सीमा ऐसे ही खेल जगत में ऊंचाईयों को छूती रहें, यह मेरी कामना है।

-राजाराम

सचिव, जिला एथलेटिक्स संघ