- वनरोज के सामने आने से अनियंत्रित हुई डीसीएम से हुआ हादसा

- लालगंज- उन्नाव हाईवे पर भदौरिया ब्रिक फील्ड के पास हुआ हादसा

UNNAO:

उन्नाव-लालगंज हाईवे पर शुक्रवार को अचानक सामने आए वनरोज को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हुई डीसीएम ने सामने से आ रहे बाइक सवार मामा-भांजे को रौंद दिया। इस हादसे में मामा-भांजे और वनरोज की मौके पर ही मौत हो गई। दिल दहला देने वाले हादसे का जो भी गवाह बना वो वहीं ठहर गया। खून से सनी सड़क और बिखरी पड़ी लाशों की पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही अचलगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

समारोह के लिए सब्जी खरीदने गए थे

अचलगंज थानाक्षेत्र के गांव मनोहरपुर निवासी कल्लू पासवान के पुत्र मोहन का फ्राइडे को तिलक समारोह था। इसी की तैयारियों में पूरा परिवार लगा था। सुबह कल्लू का छोटा पुत्र मेवालाल (25) तिलक पर होने वाली दावत के लिए सब्जी आदि खरीदने के लिए गंगाघाट थाना क्षेत्र के गांव पिंडोखा निवासी भांजे सूरज (24) पुत्र राम खिलावन के साथ उन्नाव सब्जी खरीदने के लिए गए थे। सब्जी खरीद कर उन्होंने किसी टेंपो पर लदवाई और बाइक से दोनों लगभग 10.30 बजे वापस गांव के लिए लौट रहे थे। अभी दोनों उन्नाव-लालगंज मार्ग पर भदौरिया ईंट भट्ठे के पास पहुंचे थे कि तभी सामने से आ रही एक डीसीएम अचानक सामने आई वनरोज को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हुई और दोनों बाइक सवार युवकों व नील गाय को रौंदते हुए निकल गई। इधर दोनों युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के चलते हाईवे का ट्रैफिक थम गया। इसी बीच किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी। कुछ ही देर में अचलगंज थाने से उपनिरीक्षक राममिलन पांडेय फोर्स के साथ पहुंचे और दोनों शवों को उठवा कर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पीएम के लिए भेजा। इस दौरान लगभग आधे घंटे तक जाम लगा रहा।

मेवालाल की मौत मुम्बई से खींच लाई गांव

मृतकों में शामिल कल्लू का छोटा बेटा मेवालाल मुम्बई में रहकर शटरिंग का काम करता था। भाई की शादी होने की सूचना मिलने के बाद कुछ दिन पहले ही वहां से घर शादी में शामिल होने के लिए आया था। जहां शादी की खुशियों में शरीक होने से पहले ही उसे काल ने खींच लिया। ऐसा ही कुछ सूरज के साथ भी हुआ। जो गांव से केवल नाना के घर मांगलिक समारोह में शामिल होने के लिए आया था, लेकिन तिलक से पहले ही उसे भी मौत अपनों के बीच से खींच ले गई।

शोहर गीतों के बीच मची चीख पुकार

कल्लू पासवान के घर पिछले एक-दो दिनों से नाते रिश्तेदारों की भीड़ थी। बेटे की शादी के कारण घर में मंगलगीतों के साथ गाना बजाना चल रहा था। इसी बीच छोटे बेटे और नाती की मौत की खबर घर पहुंची। तो हंसी खुशी के घर में मातम छा गया। घर में मंगलगीतों की जगह चीखे और रोने पीटने की आवाज से पूरे गांव में ही मातम का माहौल छाया रहा।

एक पल में खुशियां हो गई काफूर

मनोहरपुर गांव निवासी कल्लू के बडे़ पुत्र मोहन की शादी शहर कोतवाली के गांव बनी कंजौरा में 6 जुलाई को होना तय है। फ्राइडे को तिलक होना था, जिसकी तैयारी में पूरा परिवार जुटा था। इसे लेकर मोहन भी कई दिनों से काफी तैयारी में लगा था, लेकिन सुबह सुबह उसके पास पहुंची भाई और भांजे की हादसे में मौत की सूचना ने उसकी खुशियों को छीन लिया। पीएम हाउस पहुंचे मोहन की आंखों से भाई को गंवाने के बाद आंसू नहीं थम रहे थे।