कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में नहीं बन पाएं आधार कार्ड

30 दिसंबर थी आधार कार्ड बनवाने की आखिरी तिथि

विभाग को एक तारीख को भेजी जानी थी रिपोर्ट

Meerut। एक तरफ सरकार पूरी तरह से डिजिटलाइजेशन पर फोकस कर रही है तो दूसरी तरफ सरकारी विभाग ही इस योजना को ध्वस्त करने में लगे हैं। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं के आधार कार्ड निर्धारित तिथि बीत जाने के बाद भी नहीं बने हैं।

30 दिसंबर थी आख्िारी डेट

अपर परियोजना निदेशक राजकुमारी वर्मा ने बेसिक शिक्षा विभाग को केजीबीवी के तहत पढ़ने वाली लड़कियों के स्कूल में ही आधार कार्ड कैंप में आधार कार्ड बनवाने के निर्देश दिए थे। इसका उद्देश्य छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं को ऑनलाइन करना था, जिससे सीधा लाभ छात्राओं को मिल सके। लेकिन विभाग की लापरवाही और लेटलतीफी के चलते यह कार्य निर्धारित समय पर पूरा नहीं किया जा सका। साथ ही एक जनवरी को परियोजना कार्यालय में रिपोर्ट जमा करवाने के निर्देश भी दिए गए थे, जिनका पालन नहीं हो सका।

योजनाओं से होना हैं लिंक

शासन की ओर से इस सत्र से ही केजीबीवी में मिलने वाली सभी योजनाओं को आधार से लिंक करने के लिए कहा गया था। सत्र पूरा होने को आया लेकिन विभाग की ओर से अभी तक आधार कार्ड बनवाने का काम ही पूरा नहीं किया गया है। जबकि स्कूल में मिलने वाली यूनिफॉर्म, भोजन व आवास में मिलने वाली सभी योजनाओं को आधार से लिंक करवाना जरूरी है।

छुट्टियां होने की वजह से अभी सभी आधार कार्ड नहीं बन पाए हैं। हम जल्द से जल्द यह काम पूरा करवाने में लगे हुए हैं।

संतोष गोयल, जिला समन्वयक,

केजीबीवी