- हर वीक सभी डीन, एचओडी समेत सभी पीएचडी स्कॉलर की सुनेंगे शिकायत

- छात्राओं के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण की शिकायत के बाद एलयू ने जारी की एडवाइजरी

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी के विभिन्न डिपार्टमेंट्स में छात्राओं के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण की शिकायत राज्यपाल तक पहुंचने के बाद एलयू प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। यूनिवर्सिटी ने इस मामले की जांच शुरू करने के साथ ही इस पूरे मामले को लेकर एक एडवाइजरी सभी संकायों के डीन और विभागाध्यक्षों को जारी कर दिया है। इसके तहत सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने स्तर से ऐसे किसी भी मामले को हल करने में कोई लापरवाही न बरतें।

यह दिए गए निर्देश

यूनिवर्सिटी वीसी के आदेश के बाद सभी डीन संकायों और उनके विभागों के एचओडी को एक एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें सभी डीन का कहा गया है कि वह वीक में एक बार खासतौर से पीएचडी व एमफिल करने वाले छात्र-छात्राओं के साथ मीटिंग करें। इस दौरान एक-एक छात्र-छात्राओं से उनकी प्रॉब्लम को सुनने और उसे समय रहते दूर कर दें। साथ ही सभी डीन बीच-बीच में सभी रिसर्च स्कॉलर से मिलकर उनकी समस्याओं को संज्ञान में लेकर उसे दूर करें। अपने अधीन आने वाले सभी विभागों में रिसर्च कर रहे पीएचडी स्कॉलर कर उनके गाइड पर विशेष नजर रखने की बात कही है। ताकि ऐसे किसी मामले का रोका जा सके।

छात्राओं से होगी पूछताछ

वहीं शारीरिक और मानसिक शोषण के मामले में एलयू प्रशासन एक बार सभी पीएचडी छात्राओं के आने पर इस मामले की दोबारा से जांच करेगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी खासतौर पर कैलाश हॉस्टल में रहने वाले पीएचडी छात्राओं से पूछताछ करेगी। उनसे ऐसे किसी मामले के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जाएगी। ताकि राज्यपाल ऑफिस तक भेजे गए लेटर के बारे में सही जानकारी प्राप्त की जा सके।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी डीन और एचओडी को एक एडवाजरी वीसी के आदेश के बाद जारी किया गया है। इसमें डीन की अध्यक्षता में वीक में एक बार सभी की मीटिंग करने को कहा गया हैं।

- प्रो। निशी पांडेय,

प्रॉक्टर, एलयू