RANCHI : गेतलसूद डैम से छोड़े गए तेज बहाव की चपेट में आने से जहां एक युवक की मौत हो गई, वहीं तीन युवक किसी तरह अपने को बचाने में कामयाब रहे। मृतक की पहचान गोविंद केवट के रूप में की गई, जबकि बचने वाले युवकों में सुंदर केवट, विकास केवट के अलावा एक और शामिल है। ये सभी रामगढ़ जिले के कुल्ही पोटमदगा के रहने वाले थे।

फाटक कराया बंद, मिला शव

इस घटना के बाद विभागीय अधिकारियों को सूचना देकर गेतलसूद डैम के फाटक को बंद कराया गया। देर शाम तक खोजबीन की गई। पर, जलस्तर बढ़ा होने के कारण शव को नहीं खोजा जा सका। रविवार की सुबह में इस हादसे की जानकरी सिकिदिरी थाना को दी गई। सुबह में खोजबीन के बाद शव नदी में पड़ा मिला।

सिंचाई विभाग की लापरवाही से हादसा

इधर, भाजपा के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष पारसनाथा भोगता व पोटमदगा के समाजसेवी डॉ। गोपाल महतो ने कहा की सिंचाई विभाग की लापरवाही से एक निर्दोष युवक की मौत हुई है। इस मामले में सिंचाई विभाग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो और मृतक के परिजन को बीस लाख रुपये मुआजवा व विधवा को सरकारी नौकरी दी जाए।

ऐसे हुआ हादसा

शनिवार को मोमेंटम झारखंड में शामिल होने आए अतिथियों को हुंडरूफॉल की खूबसूरती दिखाने के लिए गेतलसूद डैम से पानी छोड़ा गया था। स्वर्णरेखा नदी में तेज बहाव था। इधर, सिकिदिरी दुबलाबेड़ा के पास नौआटोपा के पास दोपहर दो बजे के आसपास ये युवक दोस्त जाल से मछली मार रहे थे। तभी गेतलसूद डैम के खोले जाने से अचानक पानी में उफान आ गया। किनारे के तीन दोस्त तो जैसे-तैसे करके पानी से निकल गए, पर बीच में गोविंद का जाल फंस गया। उसे निकालने के चक्कर में अचानक आए तेज बहाव से वह बह गया।