- दुकान से घर लौट रहे थे बाइक सवार दोनों भाई

- सौ मीटर तक घसीटते ले गए सफारी कार सवार

LUCKNOW :

जानकीपुरम में सफारी सवार प्रॉपर्टी डीलर ने दो सगे भाइयों को मौत की नींद सुला दिया। नशे में धुत सफारी सवार बाइक सवार भाइयों को सौ मीटर तक घिसटते ले गया और रोड किनारे खाली प्लाट की बाउंड्री वॉल में जाकर दबा दिया। जिससे एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने हॉस्पिटल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद आरोपी गाड़ी मौके पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने कार से आरोपी का आधार कार्ड और गाड़ी के पेपर बरामद किए हैं। मृतक के छोटे भाई ने आरोपी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है।

काम से घर लौट रहे थे दोनों

बाराबंकी के बड्डूपुर का मूल निवासी अंबरीश यादव (30) विकास नगर स्थित अवध मेडिकल स्टोर में काम करता था और पत्नी कल्पना, बेटी आयुषी के साथ मडि़यांव में देवेंद्र सिंह के मकान में किराये का पर रहता था। जबकि, सोनू पब्लिसिटी कंपनी में काम करता था। वह दिवाली में पैसा कमाने के लिए छह दिन पहले बाराबंकी से लखनऊ आया था। बीती रात करीब 11.30 बजे अंबरीश जरहरा निवासी अपने दोस्त दुर्गेश की बाइक मांगकर घर लौट रहा था। उसके साथ छोटा भाई सोनू भी था। जानकीपुरम स्थित मौर्या भट्ठा के पास पीछे से आई तेज रफ्तार सफारी ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी।

सौ मीटर घिसटते रहे

चश्मदीदों के मुताबिक, टक्कर मारने के बाद भी ड्राइवर ने सफारी नहीं रोकी। बताया जा रहा है कि ड्राइव करने वाला नशे में धुत था और गाड़ी में तीन अन्य लोग भी सवार थे। बाइक कार में फंस गई और बाइक समेत दोनों भाई करीब सौ मीटर तक सफारी में फंसकर घिसटते रहे।

बाउंड्रीवॉल से टकराई सफारी

जिसके बाद एक प्लाट की बाउंड्रीवॉल से टकराकर सफारी रुक गई। कार की टक्कर से बाउंड्री बॉल भी टूट गई। हादसे के बाद कार में सवार संजय सिंह व उसके तीन साथी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर उसे सीज कर दिया। वहीं मृतक के भाई विजय की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

दो थाने का बार्डर होने से देरी

हादसे के बाद कार सवार गाड़ी छोड़ मौके से भाग निकले। आस-पास के लोगों ने हादसे की सूचना पहले गुडंबा पुलिस को दी। घटना स्थल की जानकारी जानकीपुरम होने पर गुंडबा पुलिस ने जानकीपुरम को सूचना दी। दोनों थानों के बीच सूचना देने और मौके पर पहुंचने की देरी के चलते गंभीर रूप से घायल सोनू की जान चली गई। जानकीपुरम पुलिस का कहना है कि हादसे में अंबरीश की मौके पर मौत हो गई थी लेकिन सोनू की सांसे चल रही थी। अंबरीश और सोनू को ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने सोनू को भी मृत घोषित कर दिया।

वीआईपी के साथ ब्लैक फिल्म भी

एक्सीडेंट में सगे भाइयों की जान लेने वाली सफारी गाड़ी में मानक की भी धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। वीआईपी कल्चर खत्म होने के बाद भी सफारी की बैक विंडो में लाल रंग से वीआईपी लिखा था। गाड़ी का नंबर यूपी-32 एचजे-0707 था। नंबर प्लेट भी मानकों के विपरीत थी। इसके अलावा गाड़ी में लगी ब्लैक फिल्म भी नियमों की अनदेखी कर रही थी।

एयरबैग से बचा ड्राइवर

हादसा इतना भयानक था कि अंबरीश और सोनू की मौके पर ही मौत हो गई लेकिन एक्सीडेंट करने वाला ड्राइवर गाड़ी में एयरबैग होने से बच गया। फ्रंट साइट के दोनों एयरबैग खुल गए थे, जिससे उसकी जान बच गई।