सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आई नेक्स्ट ने जानी युवाओं की राय

ALLAHABAD: देशभर में फ्राईडे को सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाए जाने को लेकर उत्सुकता है। खासकर, युवाओं में इसे लेकर अच्छा खासा रोमांच देखा जा रहा है। इसकी वजह भी साफ है सेंट्रल गवर्नमेंट ने इसे मनाए जाने के लिए काफी पहले से प्रयास शुरू कर दिए थे। विशेषकर, एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को बाकायदा गाइडलाइन जारी करके कहा गया है कि उन्हें इस दिन क्या क्या करना है। इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरते जाने को कहा गया है। ऐसे में शिक्षण संस्थानों की ओर से भी इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। वहीं सरदार पटेल की जयंती से पूर्व आई नेक्स्ट टीम ने भी युवाओं का मन टटोलने की कोशिश की तो कई बातें निकलकर सामने आई।

सवाल तो बेसिक थे

हमारी टीम ने बीबीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स से बात की तो उन्होंने अपने विचार हमसे शेयर करने में कोई हिचक नहीं दिखाई। स्टूडेंट्स से कुछ बेसिक सवाल ही पूछे गए? मसलन, वे सरदार पटेल के बारे में क्या क्या जानते हैं, उनके योगदान और कृतित्व के बारे में सवाल किए गए, फ्राईडे को मनाई जाने वाली जयंती पर भी सवाल किए गए। इनमें ज्यादातर को या तो केवल उनका नाम पता था या फिर सरदार पटेल द्वारा देश की सुरक्षा, एकता और निर्भयता के लिए किए गए योगदान की कुछ कुछ जानकारी थी।

युवाओं ने कहा अवेयरनेस की जरूरत

फिलहाल तो सभी युवाओं ने इस बात में रूचि दिखलाई की वे इस बार की जयंती पर अधिक से अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास करेंगे। इसके पीछे उनका कहना था कि इससे पहले इतने बड़े लेवल पर सरदार जी की जयंती का आयोजन नहीं किया गया। उनकी जयंती कब आती थी और कब बीत जाती थी पता ही नहीं चलता था। स्टूडेंट्स ने सेंट्रल गवर्नमेंट के प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और कहा कि इतनी बड़ी शख्सियत के बारे में ज्यादा से ज्यादा अवेयरनेस फैलाई जानी चाहिए। जिससे युवा भी उनके द्वारा किए गए कार्यो को अधिक से अधिक जानकर प्रेरणा ले सकें और उनके दिखाए गए रास्तों पर चलें।

मुझे सरदार पटेल के बारे में ज्यादा तो नहीं पता पर यह जरूर जानता हूं कि उन्होंने देश के लिए बहुत कुछ किया है।

सुभम खरे

देश की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने अंत तक प्रयास किया। लेकिन न जाने क्यों बीतते वक्त के साथ लोग उन्हें भूलते गए।

दीपक दूबे

हमारे देश में कुछ लोगों को बहुत नेम फेम मिला। लेकिन सरदार पटेल जैसी बड़ी शख्सियत का नाम लोगों की जुबान पर सुनने को नहीं मिलता। इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा।

पवन सिंह

उनके बारे में बेसिक जानकारी तो है ही। हमें चाहिए कि इस दिन को एक दिन मनाकर हम भूल न जाएं। होना ये चाहिए अगली आर जब जयंती आए तो सेंट्रल गवर्नमेंट को हमें इसकी याद न दिलाना पड़े।

विभोर त्रिपाठी

मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं जानती। लेकिन अब मौका मिला है तो ज्यादा से ज्यादा जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश करूंगी।

सपना गुप्ता

स्वच्छता अभियान के दिन जिस तरह से सफाई अभियान चला। उसके बाद से सब ठंडा पड़ गया है। हमें चाहिए कि सरदार जी की जयंती के बाद ऐसा न होने पाए।

शुभम शर्मा

मैं तो जयंती को लेकर बेहद उत्सुक हूं। अखबार और न्यूज चैनल्स हमारे लिए अधिकाधिक जानकारी पाने का अच्छा माध्यम हैं।

नम्रता शुक्ला

कई दिनों से जयंती को धूमधाम से मनाए जाने के बारे में सुन रही हूं। यह मौका युवाओं के लिए प्रेरणा पाने का बड़ा अवसर है।

ज्योति सिंह