पांच दिनों का प्रकाश पर्व 28 को धनतेरस से होगा शुरु

खरीदारी के लिए तीन प्रहर रहेगा स्थिर लग्न का मुहूर्त

ALLAHABAD: कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से पांच दिनों तक प्रकाश पर्व का उल्लास छाया रहेगा। पर्व का शुभारंभ 28 अक्टूबर को धनतेरस से होगा। वैसे तो धनतेरस पर सोना-चांदी या बर्तन खरीदने की परंपरा सदियों से रही है लेकिन इस बार अमृत योग और स्थिर लग्न में खरीदारी का कई गुना फल मिलेगा।

दिनभर रहेगा अमृत योग

ज्योतिषियों की मानें तो त्रयोदशी का मान 27 अक्टूबर को शाम 5.12 से 28 अक्टूबर को शाम 6.16 बजे तक रहेगा। इसलिए त्रयोदशी तिथि का मान 28 को सूर्योदय से शाम 6.17 बजे तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली ने बताया कि त्रयोदशी को दिनभर हस्त नक्षत्र और अमृत योग व्याप्त रहेगा।

सभी राशियों के लिए शुभ

स्थिर लग्न का मान तीन प्रहर होगा। इस लग्न में बर्तन सहित कोई भी धातु खरीदना मंगलकारक होगा। सभी 12 राशियों के जातकों के लिए कुछ भी खरीदना शुभ होगा। लक्ष्मी पूजन के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त प्रदोष काल व वृष लग्न में शाम 6.29 से 7.50 तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं। विद्याकांत पांडेय ने बताया कि मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन के समय कलश के साथ माता लक्ष्मी का अवतरण हुआ था। उसी के प्रतीक रुप में ऐश्वर्य वृद्धि, सौभाग्य वृद्धि के लिए बर्तन खरीदने की परंपरा प्रारंभ हुई थी।

स्थिर लग्न का समय

सुबह 7.50 से 9.50 बजे तक

दोपहर 1.55 से 3.08 बजे तक

शाम 6.29 से रात 8.12 बजे तक

प्रकाश पर्व की तिथियां

28 अक्तूबर : धनतेरस

29 अक्तूबर : नरक चतुर्दशी, हनुमत जयंती

30 अक्तूबर : दीपावली

31 अक्तूबर : गोवर्धन पूजा, अन्नकूट

एक नवम्बर : यम द्वितीया, भइया दूज