स्पेशल न्यूज

BAREILLY:

साल के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली इस वर्ष लोगों के लिए विशेष होने जा रही है। तीन मुख्य संयोगों के साथ 7 अन्य शुभ संयोग बनने की वजह से यह दीपावली जातकों को विशेष लाभ प्रदान करेगी। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक कार्तिक मास की अमावस्या को 27 साल बाद दीपावली का आगमन गुरु चित्रा योग में है। साथ ही, सात चौघडि़या एक अभिजीत मुहूर्त और दो लग्न को मिलाकर कुल 10 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। सभी शुभ योग लक्ष्मी पूजा और खरीददारी के लिए काफी लाभदायक रहेंगे।

 

दुर्लभ संयोग का योग

अमावस्या तिथि, गुरुवार का दिन और चित्रा नक्षत्र तीनों के एक साथ होने का योग काफी कम बनता है। ज्योतिष में गुरू को सोना, भूमि, कृषि व अन्य जीवनोपयोगी और राजपद का का कारक माना जाता है। वहीं, चित्रा नक्षत्र को चांदी, वस्त्र, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों के लिए खास और शुक्र राशि वाला यह नक्षत्र समृद्धि का कारक भी माना गया है। ज्योतिषाचार्य पं। राजीव शर्मा, पं। राकेश शर्मा और पं। नीरज शर्मा के मुताबिक दिवाली सभी ग्रहों के जातकों के लिए शुभ रहेगी। ग्रहों का तालमेल कुछ ऐसा है कि सभी सम राशि अपने स्वामी ग्रहों में विराजमान रहेंगे।

 

उपाय जो देंगे लाभ

मेष - रात लाल चंदन और केसर से रंगे सफेद कपड़े को तिजोरी में बिछाने पर आकस्मिक धनलाभ

वृष - लक्ष्मी पूजन संग कमल के फूल की पूजा करें। फूल लाल कपड़े में बांधकर धन स्थान पर रखें

मिथुन - दक्षिणावर्ती शंख की पूजा कर उसे धन स्थान पर रखें। रुका हुआ धन वापस मिलेगा

कन्या व कर्क - धन लाभ के लिए पीपल के पेड़ के नीचे तेल का पंचमुखी दीपक जलाएं

सिंह -घर के मुख्य द्वार पर घी का दीप जलाएं। सुबह तक दिया जलता रहे तो आर्थिक तंगी खत्म होगी

कन्या -लाल रुमाल में नारियल बांध कर धन स्थान पर रखें। कमलगट्टे की माला देवी मंदिर में दान करें

तुला - व्यवसाय में घाटा होने पर बरगद के पत्ते पर सिंदूर व घी से ऊं श्री लिखकर जल में प्रवाहित करें

वृश्चिक -दो केले के पेड़ लगाएं और उसकी देखभाल करें पर फल का सेवन ना करें

धनु - पान के पत्ते पर रोली से श्री लिखकर पूजा के स्थान पर रख रोज उसकी पूजा करें

मकर - रुका हुआ धन नहीं मिला रहा हो तो रूह के दीपक घर के ईशान कोण में जलाएं

कुंभ - दीपावली पर खीर बनाकर उसका भोग लक्ष्मी मां को लगाएं और प्रसाद ग्रहण करें

मीन - भूखे को भोजन कराएं, दीन-दुखियों की सहायता करें

 

शुभ मुहूर्त

प्रदोष काल मुहूर्त

मां लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त - शाम 5.43 से 8.16 बजे तक

वृषभ काल - शाम 7.11 से 9.06 बजे तक

 

चौघडि़या पूजा मुहूर्त

सुबह - 6.28 से 7.53 बजे तक

शाम - 4.19 से 8.55 बजे तक

 

महानिशिता काल मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा की अवधि - 51 मिनट

महानिशिता काल - रात 11.40 से 12.31 बजे तक

नोट - अमावस्या तिथि आरंभ वेडनसडे रात 12.13 बजे से प्रारंभ और 20 की रात 12.41 बजे समाप्त होगी।