बाह: भ्रष्टाचार की नींव पर बनी एक परिषदीय स्कूल की दीवार ने मंगलवार को एक मासूम छात्रा की जानी ले ली। मामला पिनाहट ब्लॉक के मंसुखपुरा गांव का है। साल 2011 में स्कूल में बनी एक बाउंड्रीवाल ढहने से आंगनबाड़ी केंद्र पर पढ़ने जा रही एक पांच वर्षीय छात्रा की मौत हो गई। मौत से गुस्साये ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा। मामले को शांत करने के लिए बीएसए ने निर्माण प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने किया बचाने का प्रयास

मंगलवार सुबह दस बजे रामनरेश पुत्री नंदनी रोजाना की तरह आंगनबाड़ी केंद्र जा रही थी। जैसे ही छात्रा पूर्व माध्यमिक विद्यालय की बाउंड्रीवॉल के बगल से निकली, बाउंड्रीवॉल उस पर गिर पड़ी। दीवार गिरने पर विद्यालय में अफरातफरी मच गई। ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंचे और मलबे में दबी छात्रा को बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

बाउंड्रीवॉल में हुआ भ्रष्टाचार

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि बाउंड्रीवॉल बनाते समय गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया इसी के चलते दीवार गिरी है। ग्रामीणों के अनुसार, स्कूल की बाउंड्रीवॉल बनाने में सभी मानक को पूरा नहीं किया गया। बाउंड्रीवॉल की नींव को नहीं खोदा गया। बरसात के कारण बाउंड्रीवॉल व विद्यालय में पानी भर गया था जिससे दीवार ढह गई।

हादसे में बचा भाई

मृतक नंदनी का बड़ा भाई विवेक प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता है। वह रोजाना अपने भाई के साथ जाती थी। भाई आगे आगे चल रहा था और बहन पीछे। जैसे ही विवेक आगे निकला उसके तुंरत बाद बाउंड्रीवॉल ढह गई और नंदनी की मौत हो गई। हादसे का शिकार होते होते उसका भाई बाल-बाल बच गया।

प्रधान अध्यापक सस्पेंड

मंसुखपुरा में कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय की बाउंड्रीवॉल ढहने से हुई एक छात्रा की मौत से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। सूचना पर बीएसए धमर्ेंद्र सक्सेना समेत शिक्षा विभाग के कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के पहुंचते ही ग्रामीणों ने एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया। शाम को बीएसए धर्मेद्र सक्सेना ने इस मामले में प्रधान अध्यापक रामवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया है।