- फर्जी डिग्री वालों को पकड़ने कवायद तेज, विजिलेंस जांच में अब तक 6000 डिग्रियों की जांच

- नियोजित शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच के मामले में सरकार ने दिखाए तेवर

- जयप्रकाश यूनिवसिर्टी और भागलपुर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से स्पष्टीकरण, बैठक से थे नदारत

PATNA: अब ऐसे टीचर्स की डिग्रियों की विजिलेंस जांच जल्द ही शुरू होगी, जिनकी डिग्री बिहार से बाहर की है। दूसरे राज्यों के भ्म् यूनिवर्सिटीज की डिग्रियों पर नियोजित टीचर कार्य रहे हैं। सोमवार को एजुकेशन डिपार्टमेंट में हुए रजिस्ट्रार की मीटिंग में यह कड़ाई देखते बनी। डिपार्टमेंट ने एक-एक यूनिवर्सिटी से विजिलेंस जांच से जुड़ी डिग्रियों की जानकारी ली। विभिन्न यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने अब तक म् हजार डिग्रियों की जांच पूरी होने की रिपोर्ट दी। इनमें से कुछ पकड़ी गई फर्जी डिग्रियों की भी जानकारी मुहैया कराई। डिपार्टमेंट ने मीटिंग में जयप्रकाश यूनिवर्सिटी (छपरा) और तिलका मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के नहीं आने पर स्पष्टीकरण पूछा गया।

दस्ते में विजिलेंस ब्यूरो के सदस्य

मीटिंग में यह तय हुआ कि दूसरे प्रदेशों की डिग्रियों पर बहाल नियोजित टीचर्स को चिन्हित किया जाए। उनकी डिग्रियों की जांच के लिए विशेष दस्ता जल्द गठित किया जाएगा। इस दस्ते में विजिलेंस ब्यूरो के सदस्य भी होंगे। रजिस्ट्रार को कहा गया कि विजिलेंस ब्यूरो की ओर से जो भी डिग्रियां जांच के लिए संबंधित यूनिवर्सिटीज को मुहैया कराई जा रही है, उन डिग्रियों की जांच उसी दिन या दूसरे दिन निश्चित करने को कहा गया है। किसी तरह की लापरवाही जांच में ना हो इसके निर्देश दिए गए।