RANCHI : मैट्रिक-इंटर रिजल्ट प्रकाशन के मामले में झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) थोड़ा पिछड़ गया है। सीआईएससीई के बाद बिहार बोर्ड ने भी मंगलवार को नतीजे घोषित कर दिए, पर झारखंड बोर्ड के रिजल्ट कब आएंगे, इसकी कोई तारीख निश्चित नहीं है। जैक के परीक्षार्थियों को कम से कम दस दिन और रिजल्ट के लिए इंतजार करना होगा।

20 को निकलेगा रिजल्ट!

मैट्रिक और इंटर परीक्षा(साइंस व कॉमर्स) का रिजल्ट अब 20 मई को जारी होने की संभावना है। जैक ने पहले 15 मई को रिजल्ट पब्लिश करने की घोषणा की थी, पर झारखंड में विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव व आदर्श चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर रिजल्ट प्रकाशन की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया है। हालांकि, रिजल्ट प्रकाशन में विलंब के पीछे जैक के 264 डेली वेजेज स्टाफ्स के हड़ताल पर चले जाने की वजह भी बताई जा रही है।

मूल्यांकन में हो गई देरी

रिजल्ट प्रकाशन में विलंब के पीछे एक वजह कॉपियों के मूल्यांकन में देरी होना भी है। इंटर आ‌र्ट्स की कॉपियों का मूल्यांकन अब भी जारी है। ऐसे में समय पर रिजल्ट जारी नहीं होने से दूसरे राज्य के यूनिवर्सिटीज में एडमिशन का सपना देख रहे स्टूडेंट्स के सामने असमंजस की स्थिति है। इस बाबत जैक अध्यक्ष का कहना है कि कॉपियों के पारदर्शी तरीके से मूल्यांकन कराने में देरी हुई है। हम नहीं चाहते हैं कि स्टूडेंट्स का रिजल्ट पेंडिंग हो। इसलिए सभी मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों को निर्देश दिया गया था कि पूरी जवाबदेही के साथ कॉपियों की जांच करें।

मा‌र्क्स अधिक आने की संभावना

जैक अध्यक्ष ने बताया कि कॉपियों के मूल्यांकन में सीबीएसई पैटर्न को अपनाया गया है। स्टेपवाइज मार्किग से कॉपियों की जांच की गई है, इससे स्टूडेंट्स को पहले की अपेक्षा ज्यादा नंबर आने की संभावना है। स्टेपवाइज मार्किग यानी कि परीक्षार्थियों ने जितना स्टेप तक सवालों को सही बनाया है वहां तक के नंबर उसे मिलेंगे। पहले होता था कि आंसर गलत होने पर सवालों के पूरे जवाब के नंबर कट जाते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।

फरवरी-मार्च में हुई थी परीक्षा

16 फरवरी से 3 मार्च तक मैट्रिक की परीक्षा और 16 फरवरी से 5 मार्च तक इंटरमीडिएट की परीक्षा हुई थी। 30 अप्रैल से मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ था। मैट्रिक और इंटरमीडिएट दोनों मिलाकर कुल 8 लाख के करीब परीक्षार्थी शामिल हुए थे।

मूल्यांकन के लिए बनाए गए थे 68 केंद्र

आंसर शीट का मूल्यांकन रांची के अलावा धनबाद, जमशेदपुर, डालटनगंज, बोकारो और अन्य प्रमुख जिलों में कराया गया था। राज्यभर में मैट्रिक की परीक्षा के लिए 37, इंटर आ‌र्ट्स के लिए 17, साइंस के लिए 8 और कॉमर्स के लिए 6 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे।

15 दिन में पूरा होना था मूल्यांकन कार्य

मैट्रिक इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य 30 अप्रैल से शुरू हुआ था। मूल्यांकन कार्य को 15 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। मूल्यांकन के बाद 15 दिन का समय डाटा फिडिंग और अन्य क्लेरिकल काम के लिए निर्धारित की गई थी। मई के दूसरे सप्ताह में मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट जारी होने की संभावना व्यक्त की गई थी।