- राजधानी के वि5िान्न इलाकों में ट्रैक के किनारे अवैध रूप से बना ली गई हैं बस्तियां

LUCKNOW:

डालीगंज से बादशाह नगर कॉलोनी के बीच 77 स्लीपर से 308 पेन्डरोल 1िलप गायब होने के बाद रेलवे प्रशासन ने अब ट्रैक के किनारे बनी अवैध झोपड़ी झुग्गियों के 2िालाफ अ5िायान चलाने की तैयारी की है। जीआरपी और आरपीएफ की दे2ारे2ा में इन्हें हटाया जाएगा। रेलवे के अधिकारी राजधानी में ट्रैक के किनारे अपनी जमीनों का 4यौरा तलाश रहे हैं।

नोटिस देना शुरू किया

इन झुग्गी झोपडि़यों को हटाने के लिए मंडल के संपदा अधिकारी द्वारा नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद अवैध क4जों के 2िालाफ आरपीएफ और जीआरपी के जवानों संग विशेष अ5िायान चलाया जाएगा। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में कई इलाके ऐसे चिन्हित किए गए हैं जहां अवैध बस्तियों की 5ारमार है।

कई जगहों पर अवैध बस्तियां

राजधानी में निशातगंज, महानगर, डालीगंज, मानक नगर, चारबाग, मवैया और सदर समेत कई इलाकों में रेलवे ट्रैक के किनारे अवैध बस्तियां मौजूद हैं। अनुमान के अनुसार इसमें करीब 20 हजार परिवार रहते हैं। इन इलाकों में पहले 5ाी अ5िायान चलाकर बस्तियों को हटाया गया है। लेकिन कुछ स्थानीय नेताओं के संरक्षण में ये बस्तियां फिर से लग गई। इस बार अपने ट्रैक को सुरिक्षत र2ाने के लिए रेलवे प्रशासन ने लीगल प्रक्रिया के तहत सबसे पहले ऐसे लोगों को नोटिस जारी किया है।

कोट

रेलवे ट्रैक के किनारे क4जा करने वालों को सबसे पहले रेलवे के मंडल संपदा अधिकारी नोटिस देते हैं। उसके बाद अगले चरण में क4जा हटाने की कार्रवाई शुरू की जाती है। विशेष अभियान चलाकर पहले 5ाी कई स्थानों से अवैध क4जों को हटाया गया है। बादशाहनगर से डालीगंज रेलमार्ग पर ही नहीं अन्य इलाकों में 5ाी अवैध क4जेदारों के खिलाफ विशेष अभियान जल्द चलाया जाएगा।

संजय यादव, सीपीआरओ,

पूर्वोत्तर रेलवे