डिकॉक ने दिखाया दिलली का दम
दिल्ली डेयरडेविल्स और मेजबान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच हुए आइपीएल के शानदार मुकाबले में दिल्ली की टीम ने बेहतरीन अंदाज में 7 विकेट से जीत दर्ज की। विराट कोहली की सितारों से सजी धाकड़ टीम अगर इस मैच में हारी तो उसका सबसे बड़ा श्रेय जाता है 23 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी धुरंधर क्विंटन डी कॉक को। इस बल्लेबाज ने रविवार रात वो कर दिखाया जिसकी उम्मीद शायद ही किसी को थी। दिल्ली की टीम 192 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी। मैच बैंगलोर के घरेलू मैदान पर था इसलिए काम और कठिन था। हालांकि दिल्ली डेयरडेविल्स के ओपनर डी कॉक किसी और ही मकसद और सोच के साथ मैदान पर उतरे थे। बैंगलोर ने 50 रन के अंदर अपने दो अहम विकेट गंवा दिए थे, लेकिन ये डी कॉक का हौसला ही था कि उन्होंने तीसरे विकेट के लिए युवा करुण नायर के साथ 134 रनों की विशाल साझेदारी को अंजाम दे डाला। इस दौरान उन्होंने पहले 22 गेंदों पर अपना पचासा पूरा किया जबकि महज 48 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया, जो आइपीएल में उनका और इस सीजन का पहला शतक भी साबित हुआ। वो 108 रन बनाकर आउट जरूर हो गए लेकिन डी कॉक तब तक अपनी टीम को जीत के मंच पर रख चुके थे। नतीजतन दिल्ली ने विशाल लक्ष्य के बावजूद पांच गेंदें शेष रहते जीत हासिल कर ली। करुण नायर 54 रन पर नाबाद रहे।

सबसे तेज अर्द्धशतक
ये इस सीजन में डी कॉक की लगातार दूसरे मैच में शानदार पारी थी। पिछले मुकाबले में उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर नाबाद 59 रनों की पारी खेली थी और अब बैंगलोर के खिलाफ शतक जड़कर अकेले दम पर मैच का रुख पलटने से ये खिलाड़ी विरोधी टीमों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। क्विंटन डी कॉक ने मैच में 22 गेंदों पर पचासा जड़ा, जो आइपीएल इतिहास में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक साबित हुआ। सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड पंजाब के डेविड मिलर के नाम है जिन्होंने भी बैंगलोर के खिलाफ 21 गेंदों पर पचासा जड़ा था।

inextlive from Cricket News Desk

 

Cricket News inextlive from Cricket News Desk