- पिछले कई सालों से घर में कर रहे थे पिस्टल की मैन्युफैक्चरिंग

-दिल्ली क्राइम ब्रांच टीम ने छापा मारकर किया फैक्ट्री का भंडाफोड़

-कोतवाली पुलिस को नहीं लगने थी छापेमारी की खबर

मेरठ : सीओ कोतवाली ऑफिस के समीप पिस्टल बनाने की फैक्ट्री पर दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने छापा मारकर भंडाफोड़ किया। वहां से पिस्टल बनाने वाले फैक्ट्री मालिक को पुलिस ने दबोच लिया। छापेमारी में आठ से ज्यादा लोग दीवार कूदकर भाग लिए। पुलिस ने वहां से काफी संख्या में अधबनी पिस्टल व राइफल, तमंचे व औजार बरामद किए।

क्या है मामला

मंगलवार दोपहर दिल्ली पुलिस के नार्थ ईस्ट स्पेशल स्टाफ के एएसआई जितेंद्र सिंह, ब्रहमपाल सिंह, कृष्णपाल सिंह, राजकुमार, संजय लोनी से अपने साथ दो बदमाशों को लेकर कोतवाली थाने के गुदड़ी बाजार तोपचीवाड़ा पहुंचे। वहां पर महबूब हसन खैरात की दुकान में दबिश डाली। पुलिस की दबिश पड़ते ही वहां पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने हबूब हसन को पकड़ लिया। वहां पर काम कर रहे आठ लोग दीवार कूदकर भाग लिए। पुलिस ने वहां से काफी संख्या में अधबने पिस्टल, तमंचे, राइफल आदि अपने कब्जे में लिए। पिस्टल बनाने वाली मशीन व औजारों को अपने कब्जे में लेकर कोतवाली थाने पहुंचे।

कीमत पांच हजार

एएसआई जितेंद्र सिंह ने बताया कि लोनी से पकड़े गए हथियारों की सप्लाई करने वाले तस्करों ने बताया था कि महबूब हसन पिछले कई सालों से अपने घर में अवैध पिस्टल बनाने की फैक्ट्री चल रहा है। वह लोगों को पांच से आठ हजार रुपये में बेचता है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर महबूब हसन को दबोचा।

सेटिंग से चल रही थी फैक्ट्री

कोतवाली थाने से आठ सौ मीटर दूरी पर दिल्ली पुलिस की टीम आकर पिस्टल बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी करती है। कोतवाली पुलिस को उसकी भनक तक नहीं लगती। आसपास के लोगों का कहना है कि कई बार इस फैक्ट्री की शिकायत कोतवाली पुलिस को की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

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कोतवाली थाने के पास खराद की दुकान से तमंचे की नाल बनाने वाली व्यक्ति महबूब हसन को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह पाइप की बोरिंग करता था, लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि वह पिस्टल की नाल के लिए बोरिंग करता था।

रणविजय सिंह

सीओ कोतवाली मेरठ