-हालात हो रहे बेकाबू, 100 से ज्यादा पेशेंट्स में अब तब डेंगू की पुष्टि

-बर्रा, जाजमऊ, काकादेव के बाद ग्वालटोली में भी मिले डेंगू के पेशेंट्स

- जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों की बाजीगरी में जुटे

KANPUR: बौहार गांव से शुरू हुआ डेंगू अब जिले के हर कोने तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन संक्रमण को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हुआ है। काकादेव, बर्रा, चकेरी के अलावा अब चौबेपुर, शिवराजपुर, सरसौल और ग्वालटोली में भी डेंगू के नए पेशेंट्स मिले हैं। उर्सला में तो हालत इतनी खराब है कि यहां पर भर्ती पेशेंट के तीमारदार भी डेंगू का शिकार हो रहे हैं। बौहार गांव समेत शहर भर से नए पेशेंट्स आने का सिलसिला भी जारी है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग सिर्फ आंकड़ेबाजी करके इसे खत्म करने की कोशिश कर रहा है।

आंकड़ेबाजी से खत्म करेंगे डेंगू

बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से प्रेस नोट जारी कर शहर में डेंगू का प्रकोप लगातार कम होने की बात कही गई। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार तक जिले में डेंगू के सिर्फ 43 मरीज थे। जिसमें अगर गुरुवार को पॉजिटिव आए पेशेंट्स की संख्या जोड़ दें तो आंकड़ा 56 हो जाता है। यह बात सही है कि मेडिकल कॉलेज में अब तक जिन 252 सैंपलों की जांच की गई। उनमें 102 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से काफी पेशेंट्स आस पास के जिलों के थे। स्वास्थ्य विभाग इन्ही तथ्यों में खेल कर जिले में डेंगू के पेशेंट्स की संख्या को मात्र 56 बताया है। हालांकि बाहरी जिलों से शहर में इलाज करा रहे डेंगू पेशेंट्स की संख्या 20 से ज्यादा नहीं है।

उर्सला में तीमारदार भी चपेट में

उर्सला हॉस्पिटल में भर्ती बौहार गांव के पेशेंट्स की तीमारदारी कर रहे लोग भी बीमार पड़ने लगे हैं। बुधवार को उर्सला में भर्ती हुए एक छात्र शिवाकांत को डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा कई और तीमारदारों की भी तबीयत बिगड़ने के साथ उन्हें बुखार आने की खबर है। वहीं उर्सला में बौहार गांव से पेशेंट्स आने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को गांव से आए 8 पेशेंट्स को भर्ती किया गया।

15 नए पेशेंट्स में पुष्टि

गुरुवार को मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 37 सैंपल की जांच हुई। जिसमें से 15 पॉजिटिव पाए गए। इसमें से 6 पेशेंट्स बौहार गांव के हैं। 5 हैलट इमरजेंसी और ओपीडी के हैं। और एक- एक मधुलोक, लीलामणि और गुरुतेग बहादुर अस्पताल में भर्ती हैं।