ALLAHABAD: भेडि़ये का हल्ला था शेर आ के खा गया। मच्छर जनित बीमारियों से जूझ रहे इलाहाबाद में ऐसा ही हुआ है। पिछले दो माह से दहशत का पर्याय बने डेंगू के पीछे ही स्वास्थ्य महकमा भागता रहा और मलेरिया को नजरंदाज कर दिया। इसका यह परिणाम रहा कि इस बीमारी ने ऐसी पटखनी दी कि अगस्त और सितंबर माह में ढाई हजार के करीब लोग मलेरिया के शिकार हो गए। यह ग्राफ सामने आया तो स्वास्थ्य महकमे के होश फाख्ता हो गए हैं और इससे बचाव की कवायद में तेजी ला दी गयी है। मलेरिया से यमुनापार के इलाकों में हालात अधिक नाजुक हैं। नैनी, कोरांव, शंकरगढ़ आदि में मच्छरों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। रोजाना नए मरीज चिन्हित हो रहे हैं। कई मरीजों को सीरियस हालत में हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया गया है। मौसम को देखते हुए माना जा रहा है कि अक्टूबर में स्थिति अधिक भयावह हो सकती है।
डेंगू पर भी लगाम नहीं
उधर डेंगू जिले में आपे से बाहर हो गया है। इस जानलेवा बीमारी पर लगाम लगाने की स्वास्थ्य विभाग की कोई युक्ति काम नहीं कर रही है। हालात यह हैं कि रोजाना बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं। आंकड़ों पर जाएं तो अब तक एमएलएन मेडिकल कॉलेज में हुई जांच में ढाई सौ से ऊपर मरीज सामने आ चुके हैं और 22 से अधिक की मौत हो चुकी है। हालांकि विभाग का कहना है कि इनमें से 70 फीसदी मरीज बाहर से आकर इलाज करा रहे हैं। कुल मिलाकर डेंगू से बचाव की आस केवल मौसम पर टिकी है। ठंड बढ़ने और बारिश खत्म होने के बाद ही शहरवासियों को इस बीमारी से निजात मिलना संभव हो पाएगा।
मलेरिया की मार
अगस्त- 1300 मरीज
सितंबर - 1529 मरीज
स्लाइड - 25422 व्यक्ति
मलेरिया के लक्षण
सिरदर्द, बदन दर्द, जी मिचलाना, तेज बुखार और बुखार उतरने पर कंपकंपी
बचाव
सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
खिड़की, दरवाजों पर जाली लगवाएं
ठहरे पानी में जला मोबिल डाल दें
शाम को नीम की पत्ती जलाएं
बुखार हो तो पैरासिटामाल दें
सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखें
पिछले माह से अधिक स्लाइड इस बार बनाई गई है। मरीजों को चिन्हित कर दवा दी जा रही है। फालोअप भी लिया जा रहा है। अभी तक मलेरिया से मौत की कोई सूचना नही है।
केपी द्विवेदी, जिला मलेरिया अधिकारी, इलाहाबाद
डेंगू की मार
22 से अधिक की हुई मौत
250 से अधिक चपेट में
135 मरीज सप्ताह भर में
मंगलवार को
29 नए मरीज
01 ने गंवाई जान
नए मरीज
सौरभ झा करछना
कृतिसेंट्रल जेल नैनी
दीपक शंकरगढ़
मो। शाहरुख रसूलाबाद
कार्तिकेय मिश्र घूरपुर
सूर्यदेव पांडेय हाता मांडा
राकेश कुमार बरौत
सुरभि श्रीवास्तव सिविल लाइंस
आशुतोष सिंह कीडगंज
सुनील कुमार नैनी
रामा सिंह यादव शाहगंज थाना
ऋषि मुंडेरा
अनीता ताशकंद मार्ग
अमरेंद्र पांडेय कोतवाली
बेबी केसरवानी सुलेम सरांय
पूनम सिरसा
सचिन कुमार ओल्ड कटरा
मो। आसिफ ओल्ड कटरा
स्वाति शनि बारा
शिव मोहन मऊआइमा
श्रीकांत हंडिया
(निजी चिकित्सालय में इलाज करा रहे मोहित चंद्र (33) का निधन)
लक्षण
लंबे समय तक तेज बुखार
कान के आसपास दर्द
पूरे बदन में चकत्ते
सीवियर होने पर ब्लीडिंग
बचाव
घर के पास पानी न इकट्ठा होने दें
पूरी बांह के कपड़े पहने
तीन दिन बुखार खतरे की घंटी
मच्छरदानी लगाकर सोएं
अब तक पाए गए कुल मरीजों में एक बड़ी संख्या बाहर से आने वालों की हैं। शहर में दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है। हॉस्पिटल में इलाज की सुविधा उपलब्ध है। लोगों को भी जागरुक हो जाना चाहिए।
डॉ। आलोक वर्मा, सीएमओ