-यासीनगंज और नरही में लोगों ने किया प्रदर्शन

-फैजुल्लागंज में लगातार पांव पसार रहा डेंगू

LUCKNOW(27 Sept):

डेंगू के कारण सोमवार को भी पांच मरीजों की जान चली गई। जबकि 69 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। उधर लगातार बीमारी फैलने के कारण नरही और यासीनगंज में लोगों ने नगर निगम के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।

यासीनगंज व फैजुल्लागंज में बीमारी बढ़ी

फैजुल्लागंज के नयापुरवा इलाके में डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। सोमवार को 20 वर्ष की पूजा और 15 वर्ष के राहुल की मौत हो गई। इसके अलावा राजाजीपुरम में यासीनगंज निवासी 8 माह की नजराना की भी डेंगू के कारण डेथ हो गई। वहीं गोमती नगर के विराज खंड निवासी ईश श्रीवास्तव (21) की गोमती नगर के प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। उधर नरही निवासी सबरीना (15) को भी डॉक्टर नहीं बचा सके।

तो नहीं है भर्ती होने की जरूरत

डॉक्टर्स के मुताबिक लोग डेंगू के कारण डरे हुए हैं और जबरदस्ती भर्ती करने का दबाव डालते हैं। कई प्राइवेट नर्सिग होम भी पैसों के चक्कर में 70 हजार प्लेटलेट पर ही मरीज को भर्ती कर देते हैं। जबकि प्लेटलेट ज्यादातर केसेज में 20-25 हजार काउंट तक आने के बाद अपने आप बढ़ने लगती है। जबतक बॉडी में कहीं से ब्लीडिंग या अन्य समस्याओं के लक्षण सामने न आएं परेशान होने की जरूरत नहीं। प्लेटलेट 20 हजार से ऊपर चढ़ाने की जरूरत नहीं क्योंकि प्लेटलेट के माध्यम से दूसरी समस्याएं हो सकती हैं।

लार्वा को पनपने ही न दें

आईएमए लखनऊ के महामंत्री डॉ। विश्वजीत सिंह ने बताया कि फॉगिंग और छिड़काव का इंतजार करने की बजाए हम केरोसीन आयल खरीद लें और अपने आस-पास जहां भी पानी जमा हो उसमें डाल दें। यह तेल सतह पर आ जाता है। इससे पानी में लार्वा सांस नहीं ले पाता और मर जाता है। इससे आप खुद ही मच्छरों को बढ़ने से रोक सकते हैं। इसके अलावा आस-पास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करें।

गमलों, पौधों पर न जमा होने दे पानी

डॉक्टर्स के मुताबिक डेंगू का मच्छर एडीज एजिप्टाई का लार्वा एक दो बूंद साफ पानी में भी पनप जाता है। इसलिए छत पर गमलों में पानी जमा न होने दें। पौधे ज्यादा घने न हों, ताकि उनकी पत्तियों पर पानी ज्यादातर समय तक न रूके। छत पर पौधों, गमलों, या अन्य बर्तनों में पानी जमा होने से मच्छर पनपते हैं और डेंगू जैसी गंभीर बीमारियां फैलाते हैं।

सुबह शाम रहें सतर्क

डेंगू फैलाने वाला एडीज एजिप्टाई मच्छर सुबह और शाम को ही काटता है। इसलिए सुबह और शाम को सतर्क रहें। पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।