-अब एम्स नई दिल्ली में होगा इलाज, तीन अन्य भी पीडि़त

ALLAHABAD: पिछले साल की तरह इस साल भी डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां तक कि नवंबर में तापमान घटने के बावजूद मच्छरों का डंक जहर उगल रहा है। इस बार मेजा से भाजपा विधायक नीलम करवरिया इस बीमारी की चपेट में आ गई हैं। पिछले बीस दिनों से वह डेंगू से पीडि़त थीं। उनका इलाज सिविल लाइंस के एक निजी हॉस्पिटल में चल रहा था। हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली एम्स रिफर कर दिया है।

नहीं बढ़ रही थी प्लेटलेट्स की संख्या

निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान प्लेटलेट्स की संख्या में बढ़ोतरी नहीं होने पर डॉक्टरों ने रिफर करने का फैसला किया। शनिवार को वह दिल्ली के लिए रवाना हो गई। इसके अलावा दारागंज की अनामिका, नैनी के दीपेश, फाफामऊ की रानी व करेली के अमर भी डेंगू से पीडि़त होकर अलग-अलग हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं।

इन लक्षणों से रहिए होशियार

-तेज बुखार आना।

-सिर दर्द होना।

-आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना।

-जी मिचलाना और उल्टी आना।

-गर्दन और पीठ में दर्द होना।

-जोड़ों और मांसपेशियों में ऐंठन, दर्द और अकड़न होना।

पपीते का सेवन बढ़ाता है प्लेटलेट्स

होम्योपैथिक डॉ। डीके मिश्रा बताते हैं कि पपीते का सेवन करने से प्लेटलेट्स की संख्या में बढ़ोतरी होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। उन्होंने बताया कि मौसम के ताजे फल भी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि सुबह और शाम के समय पूरे बदन के कपड़े पहनना चाहिए। इससे डेंगू और मलेरिया से बचाव होगा।