अर्थशास्त्र विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गरीबी और असमानता को कम करने में भारतीय आर्थिक विकास की चुनौतियां विषय पर व्याख्यान

ALLAHABAD: अर्थशास्त्र विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गरीबी और असमानता को कम करने में भारतीय आर्थिक विकास की चुनौतियां विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि भूतपूर्व आईएएस डॉ। एनसी सक्सेना ने गरीबी, विकास तथा सरकार की ओर से असमानता को कम करने के लिए सरकार के उठाए गए कदमों तथा उनमें व्याप्त खामियों पर बारीकी से प्रकाश डाला।

आंकड़ों की जुबानी गरीबी को दर्शाया

उन्होंने बताया कि विभिन्न सामाजिक समूहों में गरीबी के कम होने की वार्षिक दर 1993-94 से 2011-12 की अवधि में 2ख्.8 प्रतिशत अनुसूचित जातियों तथा अन्य पिछडे़ वर्गो में 2ख्.6 प्रतिशत रही है। जबकि सबसे कम अनुसूचित जनजातियों में 1.7 प्रतिशत एवं सबसे ज्यादा अन्य वर्गो में 03 प्रतिशत रही है। इसके अतिरिक्त देश में असमानता के संदर्भ में उन्होंने बताया कि राज्यों के मध्य शिक्षा के लिए आधारभूत संरचना जैसे बिल्डिंग, फर्नीचर, शिक्षक आदि में भी बहुत ज्यादा विषमता व्याप्त है।

योजनाओं की जवाबदेही जरूरी

डॉ। सक्सेना ने कल्याणकारी योजनाओं के अच्छी तरह से डिजाइन न होने के कारण योजनाओं की जवाबदेही और ठीक से निरीक्षण न हो पाने की बात कही। इससे इन योजनाओं का लाभ वंचित वर्गो तक नही पहुंच पाया है। इस व्याख्यान की अध्यक्षता प्रो। निशा श्रीवास्तव ने की। जिसमें डॉ। स्वाती जैन, डॉ। धर्मनाथ समेत कई शिक्षक, शोध छात्रों, एमए प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों ने इनके व्याख्यान को सुना तथा इनसे विभिन्न मुद्दों पर प्रश्न किया।

भारत-पोलैंड संबंधों पर दिया जोर

उधर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में पोलैण्ड के व्राकोव विश्वविद्यालय में हिंदी की प्रावक्ता विदुषी डॉ। कमला यूनिक का व्याख्यान आयोजित किया गया। डॉ। यूनिक ने पोलैण्ड में हिंदी उर्दू शिक्षण और अकादमिक तथा साहित्यक दुनिया में हिंदी और पोनिश भाषा के बीच अदान प्रदान पर प्रकाश डाला। डॉ। यूनिक का व्याख्यान भारत पोलैण्ड मैत्री के परिप्रेक्ष्य में आयोजित किया गया। कार्यवाहक कुलपति प्रो। केएस मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित व्याख्यान तथा संगोष्ठी को हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो। कृपाशंकर पाण्डेय तथा पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो। राम किशोर ने भी सम्बोधित किया। संगोष्ठी का संचालन प्रो। मुश्ताक अली ने किया। कार्यवाहक कुलपति ने विदुषी डॉ। कमला यूनिक को पुष्पगुच्छ देकर तथा डॉ। सूर्यनारायण ने विभाग की ओर से शाल ओढ़ाकर स्वागत किया।