- सावन के पहले दिन शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

GORAKHPUR: सावन शुरू होते ही शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। 27 साल बाद बने इंदूवार संयोग के चलते पहला दिन सोमवार पड़ने से लोगों में और उत्साह दिखा। पिछली बार ऐसा संयोग 1990 में बना था। इस बार भी सावन की शुरूआत के साथ ही भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने की चाह लिए शिवालयों पर पहुंचे। सुबह 5.30 बजे से ही शिव मंदिरों में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक के लिए तांता लगना शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने दूध, बेल पत्र, भांग, धतूरा आदि अर्पित कर भोलेनाथ से मन की मुराद मांगी।

रक्षाबंधन को होगा आखिरी दिन

ज्योतिषाचार्य पं। शरद चंद्र मिश्रा ने बताया कि कि इस बार इंदूवार हर्षण योग बना है जो शिव भक्तों के लिए बहुत ही अच्छा है। इस योग की खास बात यह है कि सावन माह 10 जुलाई दिन सोमवार को शुरू हो रहा है और सात अगस्त दिन सोमवार को ही समाप्त हो रहा है। इसी दिन रक्षाबंधन पर्व भी पड़ रहा है। यह संयोग 27 वर्ष पहले बना था।

सच्ची पूजा से प्रसन्न होते हैं भोलेनाथ

पंडित डॉ। आरके पांडेय बताते हैं कि सावन में सोमवार का विशेष महत्व है। शिव पुराण में भी इसके महत्व के बारे में बताया गया है कि सोमवार को उपासना से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। इस बार सावन में पांच सोमवार का संयोग बना है। मान्यता है कि पांच सोमवार के व्रत से मनोवांछित फल प्राप्त होता है।

इन नक्षत्र में पूजा पर मिलेगा विशेष लाभ

प्रथम सोमवार - उत्तरा खाड़ नक्षत्र - 10 जुलाई

द्वितीय सोमवार - अश्वनी नक्षत्र - 17 जुलाई

तृतीय सोमवार - पुष्य नक्षत्र - 24 जुलाई

चतुर्थ सोमवार - स्वाती नक्षत्र - 31 जुलाई

पंचम सोमवार - श्रवण नक्षत्र - 7 अगस्त

इन मंदिर में हुआ अभिषेक

- महादेव मंदिर, झारखंडी, कूड़ाघाट

- शिव मंदिर, सर्वोदय नगर, बिछिया

- शिव मंदिर, पीएसी कैंप, बिछिया

- मुक्तेश्वर नाथ मंदिर, तुर्कमानपुर

- गोरखनाथ मंदिर, गोरखनाथ

सावन में सेहत पर भी ध्यान जरूरी

वर्षा ऋतु में सावन का महीना होता है। ऐसे में इस दौरान संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ। आशीष त्रिपाठी बताते हैं कि सावन के महीने में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। ऐसे में पेट में जलन, अपच जैसी तमाम समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इसके लिए कोशिश करनी चाहिए कि तले-भुने भोजन से बचें। जितनी पाचन शक्ति हो उतना ही भोजन करें। इस दौरान पेट भर भोजन न करें तो सेहत के लिए काफी अच्छा होगा। बरसात के मौसम में लौकी, नेनूआ आदि हरी सब्जियों का इस्तेमाल करें।