-डीजीपी आपके द्वार कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट का नंबर आया शाम चार बजे के बाद

-केवल घरेलू हिंसा वाले मामले की सुनवाई कराने पर अड़ी थी सिटी पुलिस

-कई शिकायतकर्ता आए तो थे, लेकिन नहीं कर सके डीजीपी से बात

-दिन भर भूखी बैठने के बाद कई महिलाएं चली गईं वापस

-यौन प्रताड़ना, महिला हरासमेंट, मारपीट के कई मामले नहीं पहुंच सके डीजीपी तक

JAMSHEDPUR : डीजीपी आपके द्वार कार्यक्रम में ईस्ट सिंहभूम में कम कंप्लेन पहुंचीं। कुछ मामलों को तो पुलिस ने डीजीपी तक पहुंचने ही नहीं दिया और कार्रवाई का भरोसा दिलाते शिकायतकर्ता को वहां से चलता कर दिया। बुधवार की सुबह क्क् बजे से वीडियो कांफ्रेंसिंग शुरू हुई। यह पता नहीं चलने के कारण कि जमशेदपुर का नंबर कब आएगा, कई महिलाएं बिना शिकायत किए ही वापस लौट गईं। हालांकि, कुछ महिलाएं भूखी-प्यासी शाम तक वहां बैठी रहीं। एसएसपी द्वारा नाश्ता-चाय का अरेंजमेंट किया गया था, लेकिन गुरुवार को तीज होने के कारण उस दिन फास्टिंग में रहने वाली महिलाएं वहां से चली गईं।

डीजीपी से क कंप्लेन

किरायेदार ने ही कर लिया घर और जमीन पर कब्जा

टेल्को राधिकानगर निवासी सरस्वती देवी के घर और जमीन पर किराएदार धर्मेद्र सिंह ने कब्जा कर लिया है। अब महिला अपने मायके में रह रही हैं। सिटी एसपी की पहल पर पुलिस ने धर्मेद्र सिंह को अरेस्ट किया था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद वह उसी घर में कब्जा करके रह रहा है। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद सरस्वती देवी डीजीपी के पास न्याय की आस लिए पहुंची थीं।

ससुराल वाले करते हैं प्रताडि़त

कदमा निवासी प्रतिभा अपने हसबेंड संतोष प्रताप सिंह के साथ ससुराल में ही अलग रहती हैं, लेकिन ससुराल वालों द्वारा उसे और उसके हसबेंड को प्रताडि़त किया जाता है। उसपर हसबेंड को छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। उसने ह्यूमन राइट एसोसिएशन की हेल्प से डीजीपी से मामले में कंप्लेन की।

मां-बेटी युवकों को फांसकर करती हैं परेशान

बिष्टुपुर का रहने वाला लक्ष्मण प्रसाद एक महिला और उसकी बेटी के कारण परेशान है। युवक का आरोप है कि युवती रानी और उसकी मां पूजा देवी लगातार घर और जगह बदलते रहते हैं और युवकों को फांस कर उनसे पैसे ऐंठते हैं। इसमें सफल नहीं होने पर वे युवकों के खिलाफ कंप्लेन कर देते हैं। उसके खिलाफ भी केस किया गया है। उसने बताया कि उसने भी मां-बेटी के खिलाफ कंप्लेन की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

डीजीपी तक नहीं पहुंचे मामले

अरेस्ट नहीं कर रही पुलिस

एक मामला गोविंदपुर थाना एरिया स्थित जोजोबेड़ा निवासी युवती का था। वह वहीं के एक डॉक्टर के नर्सिग होम में काम करती थी। इस दौरान बारीगोड़ा के रहने वाले राजीव ठाकुर ने उसे प्रेम जाल में फांस लिया। इसके बाद शादी का झांसा देकर कई बार उसके साथ जबरन फिजिकल रिलेशन बनाया। प्रेग्नेंट होने पर उसका अबॉर्शन भी कराया। इस मामले में तीन महीने पहले कंप्लेन दर्ज करने के बावजूद पुलिसने कोई कार्रवाई नहीं की। युवती अपनी मां के साथ डीजीपी से शिकायत करने पहुंची थी। इससे पहले ही एसएसपी और सिटी एसपी ने उसे बुलाकर कहा कि राजीव ठाकुर के खिलाफ वारंट इश्यू हो गया है और पुलिस उसे अरेस्ट कर लेगी। पुलिस ने पिंकी से ही राजीव का अड्रेस पूछा और उसे वापस घर भेज दिया।

नहीं कर पाई कंप्लेन

दूसरा मामला जसबीर कौर का है। साकची थाना एरिया स्थित गुरुनानगनगर निवासी जसबीर कौर के हसबेंड जसवंत सिंह के खिलाफ निर्मल झा व एसके मंडल ने ख्भ् लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाकर जेल भिजवा दिया। जसवंत ढाई साल से जेल में है। अब आरोपियों द्वारा जसबीर कौर को परेशान किया जा रहा है और उसके साथ मारपीट की जा रही है। इस मामले को भी डीजीपी तक नहीं पहुंचने ि1दया गया।

छात्रा को कर रहा परेशान

ओलीडीह थाना एरिया स्थित डिमना रोड सुभाष कॉलोनी की रहने वाली एक लड़की हरासमेंट की शिकायत लेकर डीजीपी के दरबार में पहुंची थी। वह डीजीपी से कंप्लेन करना चाहती थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी का अड्रेस लेकर और कार्रवाई का आश्वासन देकर उसे वापस भेज दिया। लड़की का कहना था कि वह अपनी मां के साथ रहती है। उसने आस्था स्पेस स्थित बालाजी रेफ्रिजरेटर में फ्रीज रिपेयरिंग के लिए दिया था। अब वहां काम करने वाला संजय नामक युवक उसे लगातार परेशान कर रहा है। लड़की मानगो स्थित वर्कर्स कॉलेज की स्टूडेंट है।

गोलमुरी थाना प्रभारी की हुई शिकायत

झाविमो नेत्री सबिता सिंह ने गोलमुरी थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत की। उनका कहना था कि गोलमुरी थाना प्रभारी नेहालुद्दीन का व्यवहार काफी खराब है। वे थाना जाने वालों के साथ मिसबिहैव करते हैं। उन्होंने कहा कि जब वे किसी मामले को लेकर थाना जाती हैं, तो थाना प्रभारी उनकी बात नहीं सुनते हैं। थाना प्रभारी नेहालुद्दीन का दो टूक कहना होता है कि एसएसपी ने उनसे कहा है कि किसी से डरना मत कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा।

स्कूल में व बाहर मारपीट व छेड़खानी की घटनाएं होती हैं। कई बार बच्चे पेरेंट्स से कंप्लेन भी नहीं कर पाते हैं। इसके लिए पुलिस द्वारा स्कूल में मीटिंग कर बच्चों से बात करनी चाहिए और उन्हें सहयोग का भरोसा दिलाना चाहिए, ताकि उनके मन से डर खत्म हो सके और वे किसी भी गलत बात की कंप्लेन कर सकें।

-संगीत शर्मा, टीचर

महिलाओं द्वारा कड़े कानून का फायदा उठाकर पुरूषों को फांसकर उनका फायदा उठाया जाता है। पुलिस हेल्प नंबर क्00 हमेशा बिजी रहता है। साकची महिला थाना प्रभारी बेहतर काम कर रही हैं और उनकी हेल्प के लिए महिला थाना में महिला कांस्टेबल की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।

-मीना देवी, मेंबर, झाविमो महिला मोर्चा