-एसपी सिटी ने पीडि़त को बुलाने के लिए सीतापुर पुलिस से किया संपर्क

-पुलिस पूछताछ में यूपी 100 के पुलिसकर्मियों ने युवक पर ही लगा दिया आरोप

BAREILLY: विकास भवन के पास सीतापुर निवासी जीतू वाजपेई से यूपी 100 के जवानों द्वारा लूट के मामले की पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी की, लेकिन उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे। अब पुलिस ने सीतापुर पुलिस से संपर्क किया है। सीतापुर पुलिस की हेल्प से जीतू वाजपेई की तलाश कर रही है। जीतू से पूछताछ के बाद यदि आरोप सही पाए गए तो पीआरवी स्टाफ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।

डर के चलते चला गया था घर

बता दें कि मंडे रात सीतापुर निवासी जीतू वाजपेई 108 एंबुलेंस में सेलेक्ट होने के बाद घर वापस लौट रहा था। दोस्तों को दावत देने के लिए चलते वह भी नशे में था। जीतू ने आरोप लगाया था कि विकास भवन के पास पीआरवी स्टाफ ने उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया था और फिर उसके रुपए और मोबाइल छीन लिया था। जब उसने कोतवाली में शिकायत की थी तो होमगार्ड के साथ जाने पर उसका मोबाइल तो लौटा दिया गया था, लेकिन उसके रुपए वापस नहीं किए गए थे। यही नहीं उसे गालियां देते हुए कहा था कि वह भीख मांगकर घर चला जाए। डर के चलते चुपचाप जीतू अपने घर चला गया था।

खुद पीआरवी में फेंका थ्ा मोबाइल

इतनी बड़ी वारदात को संबंधित थाने की पुलिस दबा गई थी। जब पुलिस अधिकारियों के पास मामला पहुंचा तो जांच पड़ताल शुरू हुई। उसका सिम निकाल लिया गया था, जिससे पुलिस उससे संपर्क नहीं कर पा रही थी। पुलिस ने सबसे पहले पीआरवी स्टाफ का पता लगाया और उसमें तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ की तो पुलिसकर्मियों ने जीतू पर ही आरोप लगा दिए। आरोप लगाया कि जीतू शराब के नशे में था और उसने खुद ही अपना मोबाइल पीआरवी में फेंक दिया था। यदि ऐसा था तो पुलिसकर्मियों को उसका मेडिकल कराकर थाने में दाखिल करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। शायद यही वजह है कि पीआरवी स्टाफ की कहानी पुलिस अधिकारियों के गले नहीं उतर रही है। एसपी सिटी समीर सौरभ ने इस संबंध में सीतापुर इंस्पेक्टर से भी संपर्क किया। पिता का नाम न होने से उसका पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस उसका पता लगाने में जुटी हुई है।

पीआरवी स्टाफ द्वारा युवक से लूट की जांच की जा रही है। सीतापुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। आरोप सही पाए जाने पर पीआरवी स्टाफ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है।

समीर सौरभ, एसपी सिटी बरेली