-ऑनलाइन एग्जाम के लिए नहीं प्रयोग किए जाएंगे 300 लैपटॉप

-एग्जाम के लिए लाए गए लैपटॉप टीचर्स को देने की तैयारी

sunil.yadav@inext.co.in

LUCKNOW :

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में डिजिटल इंडिया कैंपेन को करारा झटका लगने वाला है। पेपर लेस की दिशा में कदम बढ़ाने और एग्जाम को ऑनलाइन करने के लिए लाए गए लैपटॉप अब एग्जाम में यूज नहीं होंगे। केजीएमयू में पुरानी पद्धति से ही एग्जाम कराए जाने की तैयारी है। यही नहीं पिछले एक साल से गोदाम में रखे 300 लैपटॉप को अब फैकल्टी मेंबर्स को देने की तैयारी चल रही है। सोमवार को होने वाली एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में इस बातों पर मुहर लग सकती है।

ऑनलाइन एग्जाम की थी तैयारी

केजीएमयू ने यूजी और पीजी एग्जाम ऑनलाइन कराने के लिए 1.74 करोड़ रुपये खर्च कर 300 लैपटॉप खरीदे थे। एक साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी ये लैपटॉप वीसी ऑफिस के ऊपर बने एग्जाम हाल में ही रखे हुए हैं। वहीं आईटी सेल के पूर्व इंचार्ज ने दावा किया है कि एग्जामिनेशन हॉल को वाईफाई किया जा चुका है, चार्जिग सिस्टम भी तैयार है। एक साथ ही इन लैपटॉप को चार्ज किया जा सकता है।

एग्जाम पैटर्न भी बदला गया

पूर्व वीसी ने लास्ट इयर ही एग्जाम एमसीक्यू पैटर्न पर पर किया था और कहा था कि अब एग्जाम ऑनलाइन कराए जाएंगे। यह सिस्टम धीरे-धीरे केजीएमयू से संबद्ध सभी कॉलेजों में भी लागू करने की तैयारी थी। लेकिन वर्तमान वीसी के आते ही पिछले माह ही एग्जाम पैटर्न को एमसीआई के पैटर्न पर 50 परसेंट रिटेन और 50 परसेंट एमसीक्यू से कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस आधार पर अब ऑनलाइन एग्जाम नहीं कराया जा सकता।

टीचर्स ने किया था ट्रायल

ऑनलाइन एग्जाम कराने के लिए फिजियोलॉजी सहित अन्य डिपार्टमेंट्स के पांच-पांच टीचर्स के ग्रुप को बाकायदा एग्जाम का ट्रायल दिया गया था। ताकि पता चल सके कि यहां पर इस तरह से एग्जाम कराया भी जा सकता है कि नहीं। यही नहीं तत्कालीन वीसी प्रो। रविकांत ने सिस्टम की जांच के लिए टीसीएस कंपनी को भी इनवाइट किया था और कई दिनों तक उन्होंने लैपटॉप और सिस्टम की जांच भी की थी।

टीचर्स को मिल सकते हैं लैपटॉप

केजीएमयू सूत्रों के मुताबिक यदि ऑनलाइन एग्जाम नहीं कराए जाते हैं तो ये लैपटॉप टीचर्स को मिल सकते हैं। एग्जीक्यूटिव काउंसिल इस पर निर्णय ले सकती है।

लैपटॉप में कैपेसिटी नहीं

केजीएमयू प्रशासन का दावा है कि ये लैपटॉप इस लायक नहीं हैं कि इन पर तीन घंटे का एग्जाम लिया जा सके। आईटी सेल के हेड डॉ। संदीप भट्टाचार्य ने बताया कि इन लैपटॉप की बैटरी कम है। यह रिपोर्ट टीसीएस ने दी थी। जबकि आईटी सेल के पूर्व हेड प्रो। आशीष वाखलू का दावा है कि तीन घंटे के एग्जाम के लिए चार घंटे की बैट्री वाले लैपटॉप मंगाए गए हैं। प्रशासन ऑनलाइन एग्जाम नहीं कराना चाहता है, इसलिए यह सब कहा जा रहा है।

अभी लैपटॉप यूज में नहीं हैं। सोमवार को होने वाली बैठक में मामले को रखा जाएगा। ईसी ही इस विषय में आगे निर्णय लेगी।

उमेश मिश्रा, रजिस्ट्रार केजीएमयू