चेन्नई में एक प्रेस-वार्ता को संबोधित करते हुए सीआईडी प्रमुख आर शेखर ने कहा, "रिटायर्ड लेफ्टीनेंट कर्नल कंदासामी रामराज ने अपना अपराध क़बूल कर लिया है और हत्या में 30एमआई स्प्रिंगफ़ील्ड रायफ़ल का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने दिलशान पर अपनी बालकनी से गोली चलाई थी। अधिकारी फ़ौजी इलाके़ में बच्चों के बार-बार घुसने और फल तोड़ने को लेकर नाराज़ थे। उनपर हत्या का मुक़दमा दर्ज किया गया है."

पिछले हफ़्ते चेन्नई स्थित फ़ौज के एक परिसर में एक बच्चे दिलशान की लाश मिली थी। बच्चे की मौत गोली लगने से हुई थी। दिलशान के परिवार का कहना था कि बच्चे पास के परिसर मे मौजूद बग़ीचे से फल तोड़ने गए थे तो किसी ने दिलशान को गोली मार दी।

तब ये कहा गया था कि गोली फ़ौज के किसी व्यक्ति ने मारी है। हालांकि फ़ौज ने पहले इससे इंकार किया था लेकिन बाद में सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा था कि अगर कोई दोषी हुआ तो उसे बख़्शा नहीं जाएगा।

आर शेखर ने कहा कि रामराज फ़ौज में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर काम करते थे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कुम नदी से राइफ़ल ढूंढ निकाला है।

आर शेखर का कहना था कि रामराज अप्रैल में रिटायर हुए थे और उन्हें कुछ ही दिनों में फ़ौज परिसर में स्थित निवास ख़ाली करना था। पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपने राइफ़ल के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाया था।

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